सरकार को फासीवादी कहनेे पर विदेश में पढ़ रही छात्रा को सज़ा

चेन्नई से तूतीकोरीन में अपने घर लौट रही एक लेखक और शोध छात्रा को भाजपा सरकार को फासीवादी कहने पर तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ भाजपा की एक नेता ने पुलिस में कथित शिकायत की थी। इस गिरफ्तारी की द्रमुक नेता स्तालिन और अभिनेता-राजनेता कमल हसन ने भाजपा की इस असहिष्णुता की निंदा की। सोशल मीडिया में भी यह मामला खासा चर्चा में रहा।

कनाडा की मांट्रियल यूनिवर्सटी में शोध कर रही 28 वर्षीय भारतीय छात्रा लुई सोफिया को भाजपा की नेता प्रांतीय अध्यक्ष तमिलिसई सुंदरराजन की शिकायत पर तमिलनाडु पुलिस ने एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया। वह चेन्नई से अपने घर तुथूकुडी जा रही थी। दोनों दोपहर में एक ही फ्लाइट से उतरे। तमिलिसई सुंदरराजन ने उतरते ही एयरपोर्ट पर मौजूद पुलिस में लुई के खिलाफ रपट लिखाई। लुई सोफिया कनाडा से अपने घर अपने मां-बाप के साथ जा रही थी।

सुंदरराजन को पुलिस ने भी समझाया कि वे पढ़ रही एक छात्रा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज न करें लेकिन वे अपनी पार्टी के खिलाफ किसी युवा की बात सुनना उनके लिए असहिष्णु हो रहा था। वे टस से मस नहीं हुई। उन्होंने लुई सोफिया के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी, कि उसने जोर से कहा था कि भाजपा की सरकार फासीवाद है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक तौर पर इस लड़की ने एक पार्टी की निंदा की है। उसे सज़ा मिलनी चाहिए।

पुलिस में दर्ज रपट के अनुसार तमिलिसई सुंदरराजन पार्टी के कार्यक्रम में भाग लेने तिरुनेलवेली जि़ले को जा रही थी। तुथुकुडी एयरपोर्ट पर पहुंचने पर भाजपा नेता ने लुई पर आरोप लगाया कि उसने भाजपा सरकार को फासीवाद सरकार कहा। वहीं उन्होंने पुलिस में तत्काल शिकायत लिखाई। जबकि लुई लगातार इस बात से इंकार करती रही कि उसने भाजपा सरकार को फासीवाद कहा है। उसके माता पिता ने भी कहा कि ऐसा उसने नहीं कहा भाजपा नेता ने संदेह जताया कि ज़रूर वह किसी गैर कानूनी संगठन से जुड़ी हुई भी हो सकती है।

इस पर सोशल मीडिया पर खासी सरगर्मी रही। विपक्ष ने भी इस घटना की खासी निंदा की ।

लुई सोफिया के वकील ने बताया कि चेन्नई पुलिस ने उसे दो सितंबर को हिरासत में लिया और पंद्रह दिन के लिए उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सोफिया के पिता सेवानिवृत 65 साल के सरकारी डाक्टर हैं उन्होंने कहा कि विमान उतरने के बाद यह ड्रामा हुआ। हम चेन्नई से अपनी बेटी को साथ लेकर लौटे थे। तभी भाजपा की प्रांतीय अध्यक्ष को मेरी बेटी ने देखा। वह मुझसे धीरे से बोली, फासिस्ट सरकार डाउन,डाउन। इसके बाद वह कुछ नहीं बोली। लेकिन भाजपा की प्रांतीय अध्यक्ष को लेने आए करीब दस -ग्यारह लोग हमारे पास पहुंचे और उन्होंने बेटी को गालियां दी और धमकाना शुरू कर दिया। तमिलिसई भी उन्हीं में थी। उन्होंने मार डालने की धमकी भी दी। बाद में एयरपोर्ट पुलिस ने हमें बचाया और एक कमरे में ले गए। इसके बाद तमिलिसई ने रपट लिखाई। पुलिस ने हमें बताया और मेरी बेटी को ले गए। उन्होंने कहा तूतीकोरिन में प्रदूषण फैलाने वाली घातक फैक्टरी का विरोध कर रहे श्रमिकों और स्थानीय लोगों पर यह सरकार गोलियां चलाती है। इसका प्रतिनिधि झूठा आरोप लगा कर मेरी बेटी को गिरफ्तार कराता है। यह कितना शर्मनाक है। यह सही है कि उनकी बेटी ने उस घातक फैक्टरी के खिलाफ लेख लिखे हैं। लिखना उसका शौक है।