प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विपक्ष सहित सभी दलों की सदस्यों का आह्वान किया कि वे संसद में सत्रों में खुलकर हिस्सा लें ताकि देश की जनता के मुद्दों पर चर्चा हो सके। उन्होंने कहा भारत को जी-20 का नेतृत्व मिलना बहुत बड़ी बात है।
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया के लोगों से बातचीत करते हुए मोदी ने कहा कि को सदन में पहली बार आए हैं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए ज्यादा से ज्यादा उनकी चर्चा में भागीदारी सुनिश्चित की जानी छाईए। यह तभी संभव है जब सदन सुचारू रूप से चले।
मोदी ने कहा कि हाल में वे सभी दलों से सांसदों से मिले हैं और सभी ने कहा कि सदन में हल्ला नहीं होना चाहिए क्योंकि उससे उनका काफी नुकसान होता है। युवा संसद भी यही चाहते हैं क्योंकि सदन में हो-हल्ला होने से उन्हें सीखने का अवसर नहीं मिलता।
पीएम ने कहा – ‘लोकतंत्र में इसकी जरूरत है कि सदन ठीक से चले। मुद्दों पर बात हो। मुझे सभी सदस्यों ने कहा मिलकर मुद्दों पर बात होनी चाहिए।’ मोदी ने कहा कि विपक्ष के सदस्य भी शिकायत करते हैं कि बोलने का अवसर नहीं मिलता। हमारा नुकसान होता है।
पीएम ने कहा – ‘हमारे सांसदों की वेदना को समझें। उनके अपने विकास के लिए देश के विकास में उनके सामर्थ्य को जोड़ने के लिए उनके तजुर्बे का देश को लाभ मिले, इसके लिए सदन का सही तरीके से चलना जरूरी है। लोकतंत्र के लिए भी जरूरी है। सत्र को और अधिक प्रोडक्टिव बनाएं इसके लिए काम हो, सभी सदस्यों से मेरी यही अपील है।’