देश भर में आलोचना के बाद आखिर मॉब लिंचिंग के मामलों पर पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाले देश के नामी ४९ सेलिब्रिटीज़ के खिलाफ दायर किया गया राजद्रोह का केस बिहार में वापस ले लिया गया है। जांच में पाया गया है कि केस में आरोप ठोस नहीं और इनके कोइ सबूत भी नहीं हैं।
बिहार के मुज़फ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार सिन्हा ने यह केस बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा – ”अब तक की जांच में सामने आया है कि केस में आरोप ठोस नहीं हैं और शरारत के तहत लगाए गए हैं।”
इन हस्तियों पर मुकदमा करने का कोइ ठोस सबूत नहीं मिलने पर एसएसपी मनोज कुमार ने शिकायतकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में केस दर्ज करने का आदेश दिया है। एसएसपी के अनुसार शिकायतकर्ता ने पूछताछ में अपने केस के पक्ष में कोई ठोस सबूत नहीं दे सके।
गौरतलब है कि ये केस दो महीने पहले दायर की गई एक याचिका पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) सूर्यकांत तिवारी के आदेश के बाद दर्ज हुआ था। सीजेएम ने २० अगस्त को इससे जुड़ी याचिका मंजूर कर ली थी। इसके बाद मुजफ्फरपुर के सदर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई थी।
अब इन ५९ हस्तियों पर मुकदमा करने का सबूत नहीं मिलने पर एसएसपी मनोज कुमार ने शिकायतकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में केस दर्ज करने का आदेश दिया है।