राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक मोहन भागवत ने उत्तराखंड में गुरुवार को आयोजित संन्यास दीक्षा के एक कार्यक्रम में कहा कि, “आज आप भगवा रंग धारण करके इसकी प्रतिष्ठा बढ़ाने का संकल्प ले रहे है। जो सनातन है उसे प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है। यह समय सिद्ध है। आरएसएस प्रमुख ने उत्तराखंड के हरिद्वार में सन्यास दीक्षा के एक कार्यक्रम में कहा।“
मोहन भागवत ने ऋषिग्राम पहुंचकर पतंजलि संन्यास में सन्यास पर्व के आठवें दिन चतुर्वेद पारायण यज्ञ किया। उन्होंने कहा कि, “सनातन धर्म जो बहुत पहले से था, आज भी है और कल भी रहेगा। बाकी सब कुछ बदल जाता है। यह बहुत पहले शुरू हुआ था, आज भी है और कल भी रहेगा। हमें अपने आचरण से लोगों को सनातन समझना होगा।”
आपको बता दें, संघ प्रमुख मोहन भागवत उत्तराखंड में ब्रह्मचर्य जीवन की शुरुआत कर रहे और भगवा धारण कर रहे साधु-संतों को संबोधित कर रहे थे। दस दिवसीय इस कार्यक्रम में देश के शीर्ष संतों के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी शामिल होने की संभावना है।