भूख हड़ताल पर बैठे वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उन पर कोई विश्वास नहीं रहा। पत्रकारों से बातचीत में अन्ना ने कहा,’मुझे सरकार पर कोई भरोसा नहीं है! न ही महाराष्ट्र की सरकार पर और न ही केंद्र की सरकार पर।राज्य सरकार साफ़ साफ़ झूठ बोल रही है अगर सरकार ने मेरी 90 % मांगे मान ली होती तो मैं भला क्यों भूख हड़ताल पर बैठता?’
अन्ना ने कहा कि उन्हें सूचना दी जा रही है कि मुख्यमंत्री और केंद्र के मंत्री उनसे मिलने आ रहे हैं लेकिन वह नहीं चाहते कि यह लोग उनसे मिलने आएं और लोगों में भ्रम निर्माण हो।
‘ मैं उनसे गुजारिश करूंगा कि अगर वह मुझसे वाकई मिलना चाहते हैं तो ठोस निर्णय करके आए लिखित स्वरूप में लाए कि उन्होंने हमारी कौन सी मांगे मानी हैं और कौन सी नहीं। उसके बाद हम तय करेंगे ‘अन्ना ने स्पष्ट किया!
यह पूछने पर कि क्या वह उनसे मिलने आए राज ठाकरे की अनशन रोकने की गुजारिश को मानेंगे? अन्ना ने कहा कि जब तक उनकी मांगे मान ली नहीं जाती तब तक वह अनशन पर टिके रहेंगे ।ईश्वर उनके साथ है और आने वाले 5 दिनों तक वह अन कर सकते हैं और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।
अन्ना नहीं मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति की मांग को लेकर जो आंदोलन शुरू हुआ था उसी की वजह से मोदी सरकार सत्ता तक पहुंची लेकिन सत्ता में आने के बाद लोकपाल और लोकायुक्त को मोदी सरकार अपनी सुविधानुसार भूल गए। अन्ना ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी देश को तानाशाही की ओर ले जा रहे हैं ।मोदी सरकार और फडणवीस सरकार जनता के बीच गलतफहमी पैदा कर रही है। उन्होंने कहा सत्ता परिवर्तन नहीं अब व्यवस्था परिवर्तन होना चाहिए। सीएम फडणवीस के बारे में अन्ना ने कहा, ‘ मुझे लगा था कि वह एक अच्छे मुख्यमंत्री हैं लेकिन वे अपने बोले हुए शब्दों पर कायम नहीं रहते ।अब मुझे उन पर विश्वास नहीं रहा’