पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में संस्कृति संसद होने जा रहा है। संस्कृति संसद की आयोजन समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने कहा, ” पीएम नरेंद्र मोदी के अपनी संसदीय क्षेत्र वाराणसी होने के कारण संस्कृति संसद में उनका शामिल होने की संभावना है। हमने आयोजकों के नाते संस्कृति संसद का पहला निमंत्रण काशी विश्वनाथ और मां गंगा को दिया है और तीसरा निमंत्रण पीएम नरेंद्र मोदी को दिया है। साथ ही इस संसद में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है”।
संस्कृति संसद का आयोजन 12, 13 और 14 को वाराणसी मे किया जाएगा। इस संस्कृति संसद में देश और विदेशों के तमाम उन हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है, जो हिंदू धर्म और हिंदुत्व से जुड़े होने के लिए जाने जाते है।
इस संस्कृति संसद में उन तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे, जिन्हें राजनीतिक मुद्दों के तौर पर देखा जाता है। संस्कृति संसद में जिन मुद्दों पर खास तौर पर चर्चा होगी, उनमें समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण और घर वापसी के मुद्दे के साथ-साथ काशी विश्वनाथ और मथुरा की मुक्ति के मुद्दे शामिल हैं।
मंदिरों को सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति जैसे मुद्दों के साथ ही भारतीय इतिहास (मुख्य तौर पर मध्यकालीन इतिहास) पर विशेष चर्चा होगी। दलितों और महिलाओं को धार्मिक अधिकार दिए जाने को लेकर धर्म आदेश पारित किए जाने पर भी चर्चा होगी।
संस्कृति संसद के आयोजन को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है लेकिन इसके आयोजक इस बात से इनकार करते हैं। आयोजकों का कहना है कि, हमेशा कोई न कोई चुनाव होते रहता है और ऐसे में सभी मुद्दों को चुनाव से जोड़कर देखना ठीक नहीं है।