भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर झड़प की घटना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में बयान दिया हैं। राजनाथ सिंह ने लोकसभा में दोपहर 12 बजे बयान दिया।
संसद में विपक्ष ने इस घटना को लेकर काफी हंगामा किया हैं। और लगातार विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि चीन देश में घुसपैठ कर रहा है और प्रधानमंत्री चुप हैं। वहीं इस विषय पर लोकसभा में रक्षा मंत्री ने बयान दिया हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि, चीनी सैनिकों ने एलएसी पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की। तवांद में चीनी सैनिकों के साथ हमारे सैनिकों की हाथापाई हुई हैं। भारतीय सेना ने बहादुरी से उन्हें अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। दोनों तरफ से कुछ सैनिकों को चोट भी आई हैं। हमारा कोई सैनिक ना तो शहीद हुआ है और ना ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। इस घटना के पश्चात एरिया के लोकल कमांडर ने 11 दिसंबर को चीनी समकक्ष के साथ एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की। चीनी पक्ष को इस तरह की हरकत न करने की चेतावनी दी गर्इ।“
आपको बता दें, 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर चीनी सैनिकों ने भारतीय पोस्ट पर हमला किया था। और इसके बाद दोनों तरफ की सेनाओं में जमकर झड़प हुर्इ। दोनों ही तरफ के जवान इस झड़प में घायल हुए हैं।
इससे पहले वर्ष 2020 में गलवान घाटी में चीन ने एक ऐसा ही किया था। और इस आमने सामने की लड़ाई में भारत ने चीन के 40 सैनिकों को मार भी गिराया था। वहीं भारत के भी 20 सैनिक उसमें शहीद हुए थे।