भाजपा के चर्चित प्रवक्ता संबित पात्रा के सुप्रीम कोर्ट की गठित ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार पर ज़रुरत से ज्यादा ऑक्सीजन मांगने के दावे पर बबाल मच गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे सफ़ेद झूठ बताते हुए इसे भाजपा के दफ्तर में बैठकर तैयार की गयी रिपोर्ट बताया है और पात्रा और भाजपा से इस रिपोर्ट में कमेटी के सदस्यों के हस्ताक्षर सार्वजानिक करने की मांग की है।
सुबह पात्रा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली सरकार पर सुप्रीम कोर्ट की गठित एक ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि ”अरविंद केजरीवाल के झूठ के कारण 12 राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हुई क्योंकि सभी जगहों से ऑक्सीजन काटकर दिल्ली भेजना पड़ी। अगर इन राज्यों को ऑक्सीजन मिल जाती तो कितने लोगों की जान बच सकती थी।”
हालांकि, इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में बहुत कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए इसे सफ़ेद झूठ बताया है। उन्होंने भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए दावा किया – ”ऐसी कोई भी रिपोर्ट है ही नहीं। भाजपा झूठ बोल रही है। ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने अभी कोई रिपोर्ट अप्रूव ही नहीं की है तो ये रिपोर्ट कहां से आई।”
सिसोदिया ने कहा – ”एक तथाकथित रिपोर्ट बताई जा रही है कि दिल्ली में जब कोरोना का पीक था तो ऑक्सीजन की कमी नहीं थी और ऑक्सीजन की मांग 4 गुना बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई थी। भाजपा के नेता जिस तथाकथित रिपोर्ट के हवाले से अरविंद केजरीवाल को गाली दे रहे हैं, ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है। ये रिपोर्ट भाजपा के ऑफिस में बैठकर बनाई गई है। अगर ऐसी कोई रिपोर्ट है तो बताएं कि कमेटी के किस-किस सदस्य के इसपर हस्ताक्षर हैं।”
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा आरोप लगाया कि ”अरविंद केजरीवाल ने ये जघन्य अपराध किया है, इसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट में दोषी ठहराया जाना चाहिए। केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उन्होंने आईसीएमआर की गाइडलाइंस के मुताबिक ऑक्सीजन की कैल्कुलेशन की। लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी ने अरविंद केजरीवाल से आईसीएमआर की गाइडलाइन की कॉपी मांगी तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। इसका मतलब अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला।”
पात्रा ने कहा – ”6 मई को केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग करते हैं। उसके कुछ घंटे बाद राघव चड्डा (आप नेता) कहते हैं कि उन्हें 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन चाहिए। एक ही दिन में दो-दो अलग आंकड़े बताये गए। ये कहीं न कहीं एक साजिश के तहत किया गया है, दिल्ली सरकार ने अपनी गलती छिपाने के लिए केंद्र पर ठीकरा फोड़ दिया।”
अब उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा है कि हमने ऑडिट कमेटी के कई सदस्यों से बात की, सबका कहना है कि उन्होंने किसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर ही नहीं किए हैं। सिसोदिया ने कहा – ”मैं भाजपा नेताओं को चुनौती देता हूं कि वो रिपोर्ट लेकर आओ जिसे ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने मंजूरी दी हो।”