अभी तक के सबसे भयंकर बम धमाकों में एक, जिनने २९० से ज्यादा लोगों की जान ले ली है, के बाद श्रीलंका में सोमवार-मंगलवार की अर्ध रात्री से इमरजेंसी की तैयारी है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला श्रीसेना इसकी घोषणा करेंगे। इधर भारतीय तटरक्षक दल कोस्ट गार्ट ने श्रीलंका से जुड़ी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है, ताकि श्रीलंका में आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद किसी तरह की घुसपैठ भारत में न हो सके।
रविवार को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका की चर्चों में हुए बम धमाकों के बाद सरकार यह कदम उठाएगी। रविवार को श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार ८ धमाकों में में २९० से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इनमें ६ भारतीय नागरिक भी हैं।
श्रीलंका में कुछ महीने पहले हुई राजनीतिक उठापठक के बाद देश का यह सबसे बड़ा संकट काल है। एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि इमरजेंसी के दौरान देश में आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़ा अभियान भी चलाया जा सकता है। हालांकि, यह अभी अटकलें ही हैं। वैसे श्रीलंका सरकार ने अभी किसी संगठन का नाम इस हमले के पीछे होने के लिए नहीं लिया है। वैसे एनटीजे श्रीलंका का एक कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है जिसके नाम की चर्चा कुछ हलकों में ली जा रही है। पिछले साल बुद्ध प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने में इस संगठन का नाम सामने आया था। हालांकि हमले की ज़िम्मेदारी अबतक किसी संगठन ने नहीं ली है।
इधर विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने ट्वीट कर बताया है कि कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने ६ भारतीयों की मौत की जानकारी दी है जिनमें लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर, रमेश, पीएस रसायिना, केजी हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के नाम शामिल हैं।
अभी तक की जांच में सामने आया है कि ग्रैंड होटल के रेस्टोरेंट में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया। विस्फोट करने के एक रात पहले ही वो होटल के एक कमरे में ठहरा था और धमाके वाली सुबह नाश्ते के लिए लाइन में सबसे आगे आकर खड़ा हो गया और इसी दौरान ब्लास्ट कर दिया।
इधर भारतीय तटरक्षक दल कोस्ट गार्ट ने भी श्रीलंका से लगती सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है, आत्मघाती आतंकियों के श्रीलंका से बचकर निकलने की किसी भी आशंका को खत्म करने के लिए कोस्ट गार्ड ने यह कदम उठाया है।