श्रीलंका में रविवार सुबह चर्च और होटलों में हुए सीरियल धमाकों में मरने वालों की संख्या २१५ पहुँच गयी है जिनमें तीन भारतीयों सहित ३५ विदेशी शामिल हैं। घायलों की संख्या ४५० के पार है जिनमें कई की हालत नाजुक है। इन धमाकों के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में किस संगठन का हाथ है।
राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से एक बयान जारी कर बताया गया है कि देश भर में शाम छह बजे से कल सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा। यह भी बताया गया कि २२-२३ अप्रैल को सरकारी छुट्टी रहेगी। सुरक्षा बलों को अगले दस दिन तक हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए लोगों में ३५ विदेशी नागरिक शामिल हैं जिनमें ३ भारतीय हैं।
अभी तक २१५ लोगों की जान जाने की सूचना है हालांकि सरकारी स्तर पर मृतकों की संख्या नहीं बताई गयी है। कुछ खरों के मुताबिक मृतकों की तादाद ज्यादा हो सकती है। घायलों की संख्या भी ४५० से ज्यादा बताई जा रही है जिनमें कई की हालत गंभीर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह ६ ब्लास्ट होने के बाद रविवार दोपहर बाद भी एक होटल में ब्लास्ट हुआ जिसमें काफी लोगों के मौत की खबर है। कुल आठ ब्लास्ट हुए हैं। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में किस संगठन का हाथ है।
अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक किसी एनटीजे नाम के आतंकी संगठन का नाम ब्लास्ट्स में उछला है जो कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन माना जाता है। हालांकि, न तो इस संगठन ने घटना की जिम्मेवारी ली है और न ही सरकार ने किसी संगठन का नाम इन धमाकों के लिए लिया है। श्रीलंका के पीएम विक्रमसिंघे ने देश में हुए धमाकों की निंदा की है।