यूपी:”अयोध्या में भूमिपूजन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक कार्यक्रम संबोधित किया। मोदी ने भारतीय संस्कृति और एकता को महत्वपूर्ण रूप से उजागर करते हुए कहा, ‘आज हमें सदियों की धरोहर मिली है, रामलला का मंदिर हमारे देश के उत्कर्ष का साक्षी बनेगा। राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं।’
मंदिर निर्माण की संकल्प से पहले मोदी ने श्रीरामलला के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और देशवासियों को धर्म, संस्कृति, और समरसता के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को आत्मसात करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया।
मोदी ने कहा, ‘श्रीरामलला के मंदिर के निर्माण से नया भारत उत्पन्न हो रहा है, जो एकता, शांति, और सहयोग का प्रतीक होगा। यह क्षण भारतीय समाज के सामर्थ्य की प्रशिक्षणग्रंथी बनेगा।’
प्रधानमंत्री ने विविधता को महत्वपूर्णता देने के साथ ही सभी धर्मों के समरसता को बढ़ावा देने का आह्वान किया और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मंदिर निर्माण के प्रक्रिया में सभी वर्गों को समाहित किया जाए।
समापन सत्र में मोदी ने देशवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘रामलला के मंदिर का निर्माण एक ऐतिहासिक क्षण है, जो देश को एक नए और सकारात्मक दिशा में अग्रसर करेगा।'”