श्रीनगर में जी20 पर्यटन ग्रुप की बैठक सोमवार से आरंभ हो रही है। इसके लिए कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। बैठक में 60 से ज़्यादा प्रतिनिधियों हिस्सा ले रहे हैं।
पर्यटन प्रतिनिधियों के वर्किंग ग्रुप की बैठक में क्षेत्र के सतत विकास पर गहन चर्चा होने की संभावना है।
शहर के कुछ हिस्सों और शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर या एसकेआईसीसी की ओर जाने वाली सड़कों को खूबसूरत कर दिया गया है। भारत ने बैठक से पहले अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि यहां आकर लोग देखेंगे कि धरती पर स्वर्ग कैसा होता है।
आतंकी साजिश के अलर्ट के बाद सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। जी20 के चीफ कॉर्डिनेटर हर्षवर्धन शिंगा ने कहा – ‘भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के आधे रास्ते पर है। अब तक देश भर में 118 बैठकें हो चुकी हैं। पर्यटन पर पहले की दो बैठकों की तुलना में श्रीनगर बैठक में सबसे अधिक प्रतिभागी आए हैं।’
जी20 के सदस्य देशों के करीब 60 प्रतिनिधि बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि श्रीनगर कार्यक्रम के लिए सबसे अधिक प्रतिनिधि सिंगापुर से आ रहे हैं। विशेष आमंत्रित अतिथि देशों के प्रतिनिधि भी बैठक में भाग ले रहे हैं।
सऊदी अरब ने इस आयोजन के लिए पंजीकरण नहीं कराया है जबकि तुर्की ने श्रीनगर बैठक से दूर रहने का फैसला किया है। चीन पहले ही श्रीनगर में ऐसी विरोध कर चुका है। भारत ने यह कहते हुए आपत्ति का पलटवार किया कि वो अपने क्षेत्र में बैठकें करने के लिए स्वतंत्र है।