पिछले दस महीने की सबसे बड़ी गिरावट के साथ आज शेयर बाज़ार औंधे मुंह गिरा है और निवेशकों को 8.34 लाख करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान सहना पड़ा है। बीएसई का इंडेक्स सेंसेक्स आज 1,747 अंक गिरकर 56,405 पर पहुंच गया। रूस-यूक्रेन में तनाव और अन्य वैश्विक कारण के चलते इस गिरावट से शेयर बाज़ार में हड़कंप है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाज़ार में बड़ी गिरावट देखी गई। निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते शेयर बाजार औंधे मुंह गिर गया। सोमवार को सेंसेक्स 57000 से नीचे तो निफ्टी 17,000 के नीचे लुढ़ककर बंद हुआ है। सेंसेक्स आज का ट्रेड खत्म होने पर 1747 अंकों की गिरावट के साथ 56405 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 531 अंकों की गिरावट के साथ 16,843 अंकों पर बंद हुआ। दस महीने में शेयर की आज (सोमवार) सबसे बड़ी गिरावट रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे शेयर बाजार निवेशकों को 8.34 लाख करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान हुआ है।
बीएसई का इंडेक्स सेंसेक्स 1,747 अंक गिरकर 56,405 पर पहुंच गया जबकि बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैपिटलाईजेशन 8.54 लाख करोड़ रुपये घटकर 255.35 लाख करोड़ रुपये आ पहुंचा। पिछले हफ्ते भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दिखी थी। दो दिन की गिरावट को जोड़ लें तो यह 12.45 लाख करोड़ रूपये पहुँच जाती है।
रुस-यूक्रेनमें चरम पर पहुँच रहे तनाव ने बाजार पर जबरदस्त दबाव डाला है और निवेशक घबराए हुए हैं। उपभोक्ता वस्तुओं के दामों में भी इस कारण उछाल है। कच्चा तेल 96 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है जिससे भारत में पहले की महंगा बिक रहा तेल और महंगा हो जाने की संभावना है। महंगाई भी बढ़ने का खतरा विशेषज्ञ जता रहे हैं।