हालांकि चुनाव के नतीजे आने में अभी समय है और एग्जिट पोल ने केंद्र में फिर से मोदी सरकार के सत्तानशीं इशारा दिया है, लेकिन शिवसेना ने ,एनडीए में भागिदारी के बावजूद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की भी तारीफ़ से गुरेज नही किया है।
अपने मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना का कहना है,- हम खुद विश्वास से कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी फिर एक बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं तथा कांग्रेस पार्टी सहित उनकी गठबंधन कमजोर साबित होने वाली है । राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी ने निश्चित ही मेहनत की है उन्होंने अपना युद्ध एक हाथ से लड़ा है। एक मजबूत विरोधी पार्टी के रूप में वे सफल होंगे । 2014 में उनके दल को लोकसभा में विरोधी दल का पद मिले इतनी सांसद संख्या भी नहीं थी। इस बार लोकसभा में कांग्रेस का विरोधी दल का नेता होगा इसे भी राहुल गांधी की सफलता ही माननी होगी।’
मतदान के बाद रुझानों के नतीजों से ,मोदी सरकार के फिर से एक बार आने की बात, और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के एग्जिट पोल के अनुमान को स्पष्ट रूप से नकारने का जिक्र भी ‘सामना’ ने किया है । शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के अनुसार, एनडीए को कम से कम 350 सीटें मिल रही है और कांग्रेस सौ का आंकड़ा भी पार करती नहीं दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश ,बिहार ,महाराष्ट्र ,कर्नाटक, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में बीजेपी- एनडीए की घुड़दौड़ स्पष्ट दिखाई दे रही है । राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में जहां कांग्रेस की सरकार है, उन राज्यों में भी मोदी आगे हैं।
बकौल ‘सामना’ हम मतदान के बाद किए गए एग्जिट पोल पर नहीं जाना चाहते लेकिन लोगों का जो उत्साह हमने देखा है उसके बाद महाराष्ट्र रुझान और जनादेश का जनादेश स्पष्ट हो गया था 2019 में एक बार फिर मोदी की सरकार आएगी यह कहने के लिए पंडित की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र के नतीजों के बाबत शिवसेना को पूरा विश्वास है कि शिवसेना- बीजेपी अलायंस को ऐतिहासिक जीत हासिल होगी।