शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में आज बीजेपी को शुभकामनाएं दी हैं और चेतावनी भी! अपने एडिटोरियल में शिवसेना ने बीजेपी द्वारा महाराष्ट्र में निकाले जाने वाले रथ यात्रा को लेकर यह बात कही है। शिवसेना कहती है, ‘भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में रथ यात्रा का आयोजन कर रही है !मित्रदल को इस यात्रा के लिए हम शुभकामनाएं दे रहे हैं। उस रथ पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सवार होंगे ऐसी जानकारी चंद्रकांत दादा पाटिल ने दी है ।रथ यात्रा का आयोजन
और प्रायोजन इसलिए है ताकि जनता यह जान सके कि गत साढ़े 4 सालों में सरकार ने भव्य कार्यों का पहाड़ खड़ा किया है। ‘युति'(गठबंधन) सरकार होने के कारण जनता तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है। महाराष्ट्र में भीषण अकाल की स्थिति है।
शिवसेना ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि 4 वर्षों में राज्य में 12000 किसानों ने आत्महत्या कर ली है सरकार को चाहिए की इन 12000 परिवारों के घरों की ओर यात्रा का मार्ग मोड़े और उन परिवारों की वेदना को समझें। शिवसेना का कहना है कि वह खुद महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों में घूम रही है और किसानों के दर्द को समझ रही है। सरकार द्वारा बनाए जा रहे योजनाओं का प्रत्यक्ष तौर पर लाभ कितने लोगों को मिल पाता है यह सरकार को तभी पता चलेगा जब वह उन लोगों से प्रत्यक्ष रूप से मिलेगी।
बीमा कंपनियों पर धावा बोलते हुए शिवसेना ने कहा है कि फसल बीमा प्रकरण में किसानों को फंसाया
जा रहा है बीमा का हफ्ता किसान भरता है लेकिन बीमा कंपनियां किसानों द्वारा भरे गए हफ्ते के बावजूद बीमा की रकम पर टालमटोल कर रही हैं।ऐसे लाखों मामले में कई तालुकाओं में दिख रहे हैं ।बीमा कंपनियों ने किसानों की इस प्रकार लूट शुरू की है ।बीमा कंपनियों की दुकानदारी बंद करनी पड़ेगी।
किसानों की कर्ज माफी के मामले पर भी शिवसेना कहती है कि छत्रपति शिवाजी महाराज सन्मान किसान योजना के अंतर्गत राज्य के 50लाख किसानों की कर्ज माफी करने का फैसला लिया गया ।सरकार ने केवल कर्ज माफी की घोषणा की नहीं बल्कि 24000 करोड़ की व्यवस्था की। लेकिन 30 से 35 लाख किसान 2 साल से कर्ज माफी की प्रतीक्षा हैं। यहां सहकार विभाग और बैंक की प्रतिरोधक नीति स्वीकारी गई है। किसानों के मामले में यह प्रतिरोध चिंताजनक है। किसानों की कर्ज मुक्ति की घोषणा अटक गई है फसल बीमा योजना में धोखा हुआ है। मुख्यमंत्री कोनसीहत देते हुए शिवसेना चेताती है कि सरकार रथ पर और किसान सूखी जमीन में गड़ा हुआ है ऐसी विषम तस्वीर न दिखने पाए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की रथ यात्रा को लालकृष्ण आडवाणी की रथ अयोध्या रथ यात्रा से जोड़ते हुए शिवसेना कहती है ,अयोध्या रथ यात्रा को 25 वर्ष हो गए हैं लेकिन राम वनवास में ही हैं। हमारा अयोध्या आना जाना शुरू है और राम मंदिर बनेगा यह आशा जीवित है क्योंकि जहां तुम (बीजेपी)कम पड़ोगे वहां हम(शिवसेना) कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे! रथ आगे बढ़ने दो!
हलांकि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ?इस सवाल लेकर चल रहे विवाद का दर्द शिवसेना छुपा नहीं पाई। शिवसेना कहती है मुख्यमंत्री कौन होगा या किसका होगा इन भौतिक प्रश्नों में हमें आज रस नहीं है। किसान तड़प रहा है। उसकी समस्याएं दूर की जाएं यह हमारी मांग है।