मध्य प्रदेश के शिवपुरी इलाके में बुधवार को एक बड़े हादसे में पिकनिक के लिए तीन दर्जन से ज्यादा लोगों में से १२ लोग बह गए हैं जिनका अभी कुछ पता नहीं चला है। उनके अलावा बाकी लोग अभी भी झरने के तेज बहाव के बीच एक चट्टान पर फंसे हुए हैं हालाँकि इनमें से 5 लोगों को बचा लिए जाने की खबर है। बचाव अभियान चलाया गया है हालांकि अँधेरे के चलते इसमें दिक्कत आ रही है। फंसे लोग ग्वालियर के बताये जा रहे हैं।
महाराजगढ़ से हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है जो झरने में रोशनी फेंक कर लोगों का हौसला बढ़ाया जा रहा है। अँधेरे के कारण रेस्क्यू में बाधा आ रही है। एमपी के सीएम शिव राज चौहान ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को फोन कर मदद के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि और हेलीकॉप्टर आने से बचाव में मदद मिलेगी। शिव राज ने भरोसा दिलाया है कि उन्हें बचा लिया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना शिवपुरी और ग्वालियर की सीमा पर स्थित सुल्तानगढ़ पोल की है जो एक पिकनिक स्पॉट है। पिकनिक मनाने गए इन लोगों में से करीब १२ उस समय पाने के तेज बहाव में बह गए जब अचानक झरने में बाढ़ सी गयी। पता चला है कि झरने में पानी बढ़ने से यह लोग बह गए और कुछ ही दूर आगे करीब १०० फुट की ऊंचाई से नीचे गिर गए। अभी तक इन लोगों का कुछ पता नहीं चला है। जलप्रपात करीब सौ फीट गहरा है।
मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना शाम सबा चार बजे की है। स्वतंतर्ता दिवस की छुट्टी होने के कारण वहां पर बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने और प्राकृतिक झरने में नहाने गए थे। शाम करीब सबा चार बजे झरने में पानी का प्रवाह तेज हो गया। इस बीच वहां करीब 20 लोग नहा रहे थे। नौ बजे यह रिपोर्ट लिखे जाने तक बाकी फंसे लोगों को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। हालांकि अँधेरा होने के चलते मुश्किल पेश आ रही है। करीब तीन दर्जन लोग अभी फंसे हैं।
पहले उन्हें रस्सी से बचाने की कोशिश की गयी लेकिन इसमें ज्यादा मदद नहीं मिली है। अंधेरा होने के कारण हेलीकॉप्टर से एयर लिफ्ट करने में समस्या आ रही है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर भी वहां मौजूद हैं। फिलहाल बारिश रुकी है।
सुल्तानगढ़ झरने पर एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। कुछ लोग खतरा भांपते हुए तेजी से तैर कर किनारे पर पहुँच गए और जान बचा ली। मोहना के सरपंच ने घटना की सूचना मिलते ही तत्काल अपने स्तर पर कुछ गोताखोरों को बुलाया। एक चट्टान पर २७-२८ जबकि दूसरी पर एक व्यक्ति फंसा है। तमाम सरकारी अमला इस समय मौके पर जुटा हुआ है।