महाराष्ट्र विधानसभा में नए सीएम एकनाथ शिंदे ने आज (सोमवार) विश्वास मत हासिल कर लियाा है और कुल 164 विधायको ने उनके हक में वोट किया है। रविवार को शिव सेना के उनके गुट और भाजपा के साझे उम्मीदवार राहुल नार्वेकर स्पीकर चुन लिए गए थे। इस बीच शिव सेना के उद्धव गुट के 16 विधायकों को लेकर स्पीकर के संभावित फैसले के खिलाफ उद्धव गुट कोर्ट की शरण में जा सकता है। इस बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा है कि नवगठित सरकार अगले छह महीने में गिर सकती है, लिहाजा हमें चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
राज्य विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को आज विश्वास मत का सामना करना है। वैसे रविवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार की जीत से फ्लोर टेस्ट का रास्ता शिंदे के लिए आसान दिख रहा है।
रविवार को हुए स्पीकर के चुनाव में शिंदे गुट-भाजपा के साझे उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले जबकि जबकि एमवीए उम्मीदवार (उद्धव) राहुल साल्वे को 107 वोट ही मिले। विधानसभा में सदस्यों की संख्या 288 है, जिसमें से एक का निधन हो चुका है। शिवसेना के 39 बागी सदस्यों को निकालने के बाद कुल सदस्यों की संख्या 248 हो जाती है, जिसके बाद बहुमत का आंकड़ा 125 रह जाता है।
ऐसे में अगर सपा, एआईएमआईएम और सीपीएम के विधायक और जेल में बंद एनसीपी विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक भी उद्धव गुट के पक्ष में वोट डालते हैं, तो भी उनकी संख्या 125 तक नहीं पहुंच पाएगी।
इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है, क्योंकि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार अगले छह महीने में गिर सकती है। पवार ने यहां रविवार शाम को राकांपा विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।