यूपीएससी के टॉपर रहे और आईएएस की नौकरी छोड़कर जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के जरिये सियासत की शुरुआत करने वाले वाले शाह फैसल ने फिलवक्त राजनीति से तौबा कर ली है। उनको पार्टी प्रमुख पद से हटाकर उप प्रमुख फिरोज पीरजादा को नई जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी के नेता जावेद मुस्तफा मीर का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया गया है। चर्चा है कि फैसल फिर से प्रशासनिक सेवा में वापसी कर सकते हैं।
दरअसल, अधिकारियों ने शाह को अवगत कराया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। यह जानकारी शीर्ष अधिकारियों ने दी है। फैसल द्वारा इस्तीफा देने और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) नामक एक राजनीतिक पार्टी बनाने के बावजूद उनका नाम सरकार के आधिकारिक वेबसाइट पर जम्मू-कश्मीर के कैडर आईएएस की सूची में अब भी है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा 5 अगस्त को अनुच्छेद-370 हटाये जाने के बाद सभी प्रमुख दलों समेत नई पार्टी के सभी नेताओं को भी हिरासत में ले लिया था। पिछले कुछ महीनों से नेताओं को रिहा किया जाना शुरू किया गया है। पूर्व सीएम व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती अब भी हिरासत में हैं। पर राजनिकटिक गतिविधियां कश्मीर घाटी में बिल्कुल ठप हैं।
शाह फैसल को भी पिछले 3 जून को पीएसए हटाया गया। और उनकी रिहाई हुई। इसके अलावा कई अलगावववादी व अन्य नेताओं से बांड भरवाकर छोड़ा गया है, कि वे सियासी गतिविधियों या प्रदर्शनों में शामिल नहीं होंगे। प्रदेश से बाहर की जेलों में भेजे गए नेताओं व युवाओं को भी छोड़ा गया है।