कोरोना वायरस का कहर अब गली-गली, गांव-गांव और शहर -शहर हडकंप मचाने लगा है। जिससे लोगों में इस लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्डेंस एक अजीब-सा भय पैदा कर रहा है। दिल्ली में आज हॉट स्पॉट के क्षे़त्र के तहत जो गलियां सील की गई हैं। उन गलियों के आस-पास में रहने लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद गलियों का सील कर पुलिस की पहरेदारी लोगों के अंदर ये भय करने लगी है कि स्थिति जरूर भयावह है। ऐसे में क्या किया जाये? इसी सोच मेें लोगों के दिन कट रहे हैं। तहलका संवाददाता ने आज सुबह से लेकर दोपहर तक रिहरयशी इलाकों में लोगों से बात की, खासकर उन इलाकों में जहां पर कालोनियों को सील किया गया है। तो सील की गई कालोनियों व गलियों के सटे लोगों का कहना है और सुझाव है कि सरकार के आदेश का जनता पालन कर रही है। सोशल डिस्डेंस को मैनटेन भी कर रही है। पर सरकार को जनता के सुझाव मानने चाहिए कि लोगों की समस्याओं को देखते हुुए केवल उस घर क्वारंटाइन करना चाहिए जिसके घर में किसी को कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई हो या संभावना हो। अन्यथा गलियों में रहने वाले हजारों लोगों को बिना वजह दिक्कत हो रही है। दिल्ली के पांडव नगर के निवासी सुधाकर गुप्ता और पूरन पांचाल ने बताया कि सरकार जरूर कहती है कि किसी प्रकार के खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं होगी, पर हकीकत में होता कुछ और है। मंडावली और विनोद नगर के निवासी मोती लाल और सुशील कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद गलियों की सील बंदी जरूर एक डरावना माहौल पैदा कर रहा है। क्योंकि आज भी भारत देश में संकोच और लज्जा के कारण लोग अपनी समस्या को बताने से बचते हैं। बहुत से लोग अपनी दवा और जरूरत का सामान भी नहीं ला पा रहे हैैं। वजह संकोच और लज्जा है कि गली सील है। इसलिए तमाम परेशानी का सामना खुद कर रहे हैं। बताते चले ईस्ट दिल्ली के पांडव नगर , मंडावली और विनोद नगर मध्यम वर्गीय आय वाले लोग रहते हैं। ऐसे में उनके गलियोें को सील बंद होने के कारण दैनिक जरूरतों से दो-चार होना पड़ रहा है।
मंडावली निवासी गृहणी सरोज गुप्ता का कहना है कि माना कि लॉकडाउन है कोरोना वायरस नामक महामारी से बचाव के लिये घरों मेे रहना अच्छा है। पर सरकार को गली सील करने से पहले कुछ घंटों की मोहलत तो देनी चाहिए, जिससे वे अपने घर के लिए कुछ जरूरी वस्तुओं की खरीददारी कर सकें। अन्यथा लोगों में एक अजीब-सा माहौल कहीं मानसिक बीमार न कर दें। में एक अजीब-सा भय पैदा कर रहा है।दिल्ली में आज हॉट स्पॉट के क्षे़त्र के तहत जो गलियां सील की गई हैं। उन गलियों के आस पास में रहने लोगों का कहना है कि लॉक डाउन के बाद गलियों का सील कर पुलिस की पहरेदारी लोगों के अंदर ये भय करने लगी है कि स्थिति जरूर भयावह है। ऐसे में क्या किया जाए? इसी सोच मेें लोगों के दिन कट रहे हैं।