अपने दो विधायकों के नीतीश कुमार के पाले में जाने की चर्चा के बीच राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से मुलाकात की। सम्भावना जताई जा रही है कि वे एनडीए से नाराज हैं और उससे अलग हो सकते हैं।
कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश से बहुत खफा हैं और लगातार उनपर हमला कर रहे हैं। अब यादव से उनकी मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा हो गयी है की उनका अगला कदम क्या हो सकता है। कुछ रोज पहले कुशवाहा ने पहले वह इसी तरह से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी।
पिछले कल से ही उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के विधायकों सुधांशु शेखर और ललन पासवान के नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में शामिल होने की अटकलें तेज हैं। गौरतलब है कि शेखर ने रविवार को जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस सबके पीछे सहमति है। साल २०१५ के विधानसभा चुनाव में कुशवाहा की पार्टी ने दो ही सीटें जीती थीं।
कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। ”वह उपेंद्र कुशवाहा और उनकी पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वो इसमें सफल नहीं होंगे। वो एनडीए का हिस्सा हैं और हम भी, उन्हें इस तरह की चीजें नहीं करनी चाहिए”। एक ट्वीट में कुशवाहा ने कहा – ”वैसे से तो नीतीश कुमारजी, आपको तोड़-जोड़ में महारत हासिल है। बसपा, लोजपा, आरजेडी, कांग्रेस और अब आरएलएसपी। लेकिन बिहार और देश की जनता सब देख रही है। हम गरीबों, शोषितों, वंचितों, दलितों, पिछड़ो और गरीब सवर्णों के हक के लिए लड़ते रहेंगे। आप चाहे जितना प्रहार करें”।