हर साल की भाँति इस साल भी विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर 7 अप्रैल को स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) के अध्यक्ष डॉ अश्विनी डालमिया का कहना कि गत दो साल से अधिक समय से देश-दुनिया में कोरोना का कहर चल रहा है। ऐसे में हमें स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिये। क्योंकि कोरोना अभी पूरी तरह से गया ही नहीं हैं।
अब देश में एक्स-ई नामक कोरोना का वायरस आ गया है। ऐसे में कोरोना को लेकर बरती गयी लापरवाही ज्यादा घातक हो सकती है। उन्होंने कहा कि चीन में कोरोना का कहर बरपा रहा है। ऐसे में हमें पड़ोसी मुल्क होने के नाते सावधानी बरतनी चाहिये।
लेडी हार्डिंग अस्पताल के डॉ अशोक कुमार का कहना है कि एक ओर तो महामारी से हम जूझ ही रहे थे। वहीं इस साल मार्च माह से पड़ी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। इस गर्मी से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी मे पेट संबंधी और संक्रमण से जुड़ी बीमारी तेजी से बड़ी है। उनका कहना है कि अगर समय रहते नहीं चेते तो आने वाले दिनों में ग्लोबिंग वार्मिंग से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी तमाम बीमारी हो सकती है।
उनका आगे कहा कि, वनों की कटाई को रोकना चाहिये साथ ही वनों में लोगों का हस्तक्षेप भी रुकना चाहिये। अन्य़था लोगों को ग्लोबिंग वार्मिंग गर्मी से पहले गर्मी की मार से परेशान कर देगा। जो स्वास्थ्य संबंधी तमाम पीड़ा देगा।
एम्स के डॉ आलोक कुमार का कहना है कि मार्च से लेकर अभी तक जो गर्मी पड़ी है। उसके चलते अभी तक दिल्ली में 30 प्रतिशत लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायतें बढ़ी है। जो चिन्ता का विषय है।