भारत की वायुसेना के एयर इण्डिया, इंडिगो और विस्तारा एयरलाईंस के जहाजों से आज 300 के करीब लोगों को काबुल से भारत लाया जाएगा। इनमें से 168 भारतीय और अन्य लोग रविवार सुबह गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरे। भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से यह लोग भारत पहुंचे हैं। उधर काबुल एयरपोर्ट पर आज हुई भगदड़ में 7 लोगों की मौत हो जाने की खबर है। उधर अफगानिस्तान में विरोधियों की तरफ से हमले में 30 तालिबानी मारे गए हैं।
रविवार को अभी तक आये 168 लोगों में 107 भारतीयों के अलावा अफगानिस्तान के सिख और हिंदू नागरिक भी शामिल हैं। इस अभियान के तहत आज करीब 300 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से भारत लाया जाएगा। उधर काबुल हवाई अड्डे के पास अफरा-तफरी में सात लोगों की मौत की खबर है। एक न्यूज एजेंसी को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। वहां फायरिंग हुई और उसके बाद अफरा तफरी मच गई जिससे सात लोगों की जान चली गयी। उधर अफगानिस्तान में विरोधियों की तरफ से हमले में 30 तालिबानी मारे गए हैं।
उधर रविवार सुबह जब हिंडन एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से 168 लोगों ने लैंड किया तो उनके चेहरों पर चैन की चमक थी। उनकी खुशी देखने लायक थी। इनमें कुछ छोटे बच्चे भी थे। आज आने वाले लोगों में वहां की सीनेटर अनारकली कौर होनरयार और नरेंद्र खालसा भी थे। दोनों ने भारत सरकार और यहाँ की जनता का धन्यवाद किया है।
अनारकली ने कहा – ‘अफ़ग़ानिस्तान में रहना बहुत मुश्किल हो गया था इसलिए मैं भारत आई हूं। मैं यहां अपनी बेटी, दामाद और उसके बच्चों के साथ आई हूं। मैं अपने घर वापस नहीं जा सकती हूं क्योंकि तालिबान ने मेरे घर को जला दिया है। मैं भारत सरकार को धन्यवाद करती हूं।’
उन्होंने कहा – ‘हमें तालिबान पर भरोसा नहीं है। कुछ दिन पहले तक मैं अपने ऑफिस में काम कर रही थी, लेकिन आज देखिए क्या हो गया। हम कैसे-कैसे बचे हैं, यह मैं अभी नहीं बता सकती, लेकिन अभी इतना समझिए कि हम किसी तरह जान बचाकर बस एक जोड़ी कपड़े में काबुल से दिल्ली पहुंचे हैं। हम इंडिया और इंडिया के लोगों से बहुत प्यार करते हैं, लेकिन अपना देश छोड़ना आसान नहीं है। हम मोदी जी और भारत सरकार का शुक्रिया करते हैं जिन्होंने हमारी मदद की। हम उन तमाम लोगों को शुक्रिया करते हैं जिनके मदद से हम दिल्ली पहुंचे हैं।’
एक और सीनेटर नरेंद्र खालसा ने कहा – ‘आप सभी लोग जानते हैं कि अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं। हमें तालिबान पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है, इसलिए हम सभी भारत आ गए हैं। हम भारत सरकार के शुक्रगुजार है कि इस मुश्किल वक्त में उन्होंने हमारी मदद की। अफगानिस्तान हमारी जमीन है, हमारी मां है।’
एक अनुमान के मुताबिक, अफगानिस्तान में अभी भी करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत उन्हें वहां से निकालने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए भारत ने अमेरिका और अन्य मित्र राष्ट्रों से मदद मांगी है।
इस बीच काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाहर जुटी लोगों की भीड़ में शामिल 7 अफगानी नागरिकों की तब मौत हो गयी जब वहां भगदड़ मच गयी। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि अफगानिस्तान में जमीनी स्थितियां बहुत चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित तरीके से हालात को संभालने की हर संभव कोशिश की जा रही है।