पीएम नरेंद्र मोदी ने जहाँ अपनी चुनाव सभाओं में देश में विपक्ष की तुलना ”सराब” से की है वहीं एक टीवी इंटरव्यू में मोदी ने दावा किया है कि ”जनता ने मोदी को सबसे ज्यादा सीटें देने का फैसला कर लिया। परिणाम निश्चित है, एनडीए की ३०० से ज्यादा सीटों वाली सरकार होगी। २०१९ के चुनाव में मेरे सामने किसी का आना संभव नहीं है, २०२४ में मोदी के खिलाफ कोई भी मैदान में हो सकता है।”
एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू में मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान वादा कर नौजवानों को लूटा है। नेहरूजी भी गरीबी की बात करते थे, इंदिराजी भी गरीबी की बात करती थीं, राजीव जी भी गरीबी की बात करते थे, सोनियाजी भी गरीबी की बात करती थीं, और अब इनकी पांचवीं पीढ़ी भी गरीबी की बात कर रही है।”
पीएम ने विपक्ष की तरफ पर कहा कि ”सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग लाने वाले, मीडिया पर पाबन्दी लगाने वाले और आपातकाल लगाने वाले लोग कृप्या मुझे ज्ञान न दें।” इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि ”मेरे लिए जितना दिल्ली का महत्व है उतना ही चेन्नई का है, उतना ही कोच्चि का है, उतना ही तिरुवनंतपुरम का है, उतना ही भुवनेश्वर, पुरी, कटक का है और उतना ही कोलकाता का है। मैं दिल्ली को लुटियन से बाहर ले गया। दिल्ली मुझे स्वीकार करे या नहीं, मैं दिल्ली को देशभर में ले गया।”
इस इंटरव्यू में मोदी ने रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या जो लोग ईपीएफ भर रहे हैं वो बिना जॉब के हैं। जो लोग सड़क बनाने का काम कर रहे हैं क्या उन्हें रोजगार नहीं है। बेरोजगारी के मामले में अटल बिहार वाजपेयी सरकार के बारे में गलत प्रचार किया गया था। कांग्रेस बिना आंकड़ों के लोगों के बीच भ्रम फैला रही है।”
महागठबंधन पर भी मोदी ने प्रहार किया – ”गठबंधन का गणित नहीं चलेगा। नामांकन के बाद विपक्ष और बिखरेगा, लेकिन मेरा मानना है कि देश सहमति के आधार पर चलता है। २०१९ में सरकार बनाने के बाद हम विरोधी पार्टियों को साथ लेकर चलेंगे।”
पीएम ने विपक्ष के आरोपों के बीच इस इंटरव्यू में नीरव मोदी, विजय माल्या के मामले में भी सरकार किया और कहा – ”मैंने सारे भगोड़ों की संपत्ति जब्त की। माल्या ने ९००० करोड़ की ठगी की सरकार ने १४००० करोड़ की संपत्ति जब्त की। कांग्रेस ने भगोड़ों पर कोई कार्रवाई नहीं की। हमने ठगी करने वाले धन्नासेठों को फुटपाथ पर बैठा दिया। ठग धन्नासेठ आज मेरी वजह से भाग रहे हैं। वह इंतजार कर रहे हैं कि कब कांग्रेस की सरकार बने और वह देश वापस आ जाएं।”
इससे पहले अपनी चुनाव जनसभाओं में मोदी ने विपक्ष की तुलना ”सराब” से की। उनका कहना है कि जैसे शराब बुरी है वैसे ही इन गठबंधन वालों को वोट देना भी बुरा होगा। हालाँकि, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम की इस टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र का अपमान बताया है। सुरजेवाला ने कहा – ”प्रजातंत्र में चुनाव लड़ रहे दलों के प्रति पीएम जैसे पद पर बैठे व्यक्ति की तरफ से आना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।” पीएम ने शराब वाली टिप्पणी सपा, बसपा आदि के लिए की थी।