विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को संसद भवन पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। राहुल गांधी समेत 17 दलों का समर्थन उन्हें प्राप्त हुआ है। नामांकन के मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, माकपा नेता सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम केसीआर समेत कई अन्य विपक्षी नेता मौजूद रहे।
यशवंत सिन्हा 28 जून से अपने अभियान की शुरुआत करेंगे और उनका अभियान तमिलनाडु के चेन्नई से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है साथ ही वे पहले दक्षिण के राज्यों में समर्थन मांगेंगे फिर उसके बाद ही उत्तर के राज्यों में आएंगे।
सिन्हा पूर्व नौकरशाह व बाद में राजनेता बने। उन्होंने काफी लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के साथ काम भी किया है। इस दौरान वे दो बार (1990-91 और 1998-2004) केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1984 में चंद्रशेखर के नेतृत्व में जनता पार्टी से की थी। फिर बाद में वे बीजेपी में शामिल हुए और कुछ नाराजगी के चलते वे 2021 में तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
वहीं दूसरी तरफ एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। और उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे थे।
आपको बता दें, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। और अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना तय है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है और 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख है।