प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मुखौटा पहने हैं और वे खुद को जो जनता के सामने अपने शब्दजाल से पेश करते हैं, हकीकत में उनकी नीतियां और काम उसके बिलकुल उलट हैं। हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री ने ”तहलका ऑनलाइन” से इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने कर्नाटक चुनाव के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी की विपक्ष के बड़े नेताओं को इकठा करने की कोशिशों को विपक्ष की एकता की तरफ बड़ा कदम बताया और कहा कि आने वाले विधानसभाओं के कुछ चुनावों और २०१९ के लोक सभा के चुनाव में जनता मोदी के चेहरे पर रखा मुखौटा उतार फेंकेगी।
अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि मोदी खुद तो देश की जनता का सच्चा सिपाही बताकर और चौकीदार बताकर वास्तव में इस जनता से न केवल धोखा कर रहे हैं बल्कि अपनी गलत नीतियों से उसकी कमर तोड़ कर रख दी है। कहा कि जनता को खून के आंसू रुलाना और देशवासियों से घोखा करना ही मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियां हैं।
यह पूछने पर कि भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों के बावजूद चुनाव जीते हैं, मुकेश ने कहा कि ज्यादातर चुनाव भाजपा ने अपने बूते नहीं जीते और जो जीते वहां उन्हें पिछले चुनाव के मुकाबले काम समर्थन जनता से मिला। ” आध दर्जन से ज्यादा राज्यों में भाजपा ने दूसरे दलों की मदद से सर्कार बानी है और उसका प्रचार तंत्र इसे अपनी सरकार बताता है। भाजपा के चुनाव जीतने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रधानमंत्री जैसे पद पर बैठे मोदी भाषणों के जिस निम्न स्तर पर जा रहे हैं उससे उनके अपने भरोसे के टूटने का संकेत मिलता है। ”
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में आज भय, हिंसा और अविश्वास का माहौल है। समाज का हर तबका परेशान है और आम आदमी खुद को ठगा महसूस कर रहा है। ”क्या किसान, क्या युवा, क्या व्यापारी वर्ग सब कह रहे हैं कि उनके साथ घोखा हुआ है। देश में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। देश में महिलाएं और बच्चियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उनके खिलाफ यौन हिंसा के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। अपराधी बेखौफ घूमकर कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मोदी सरकार के चार साल में आम आदमी से जमकर खिलवाड़ हुआ।”
अग्निहोत्री ने कहा कि ‘अच्छे दिन’लाने का वादा करके चार साल पहले सत्ता में आई मोदी सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था चौपट होकर रह गई है। ”मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियां हैं जनता को खून के आंसू रुलाना और देशवासियों से धोखा करना।” कहा कि मोदी सरकार 2014 में कांग्रेस की तथाकथित नाकामियां गिनाकर और ढेर सारे झूठे वादे और जुमले बोलकर सत्ता में आई थी। लेकिन उन वादों का क्या हुआ यह मोदी सरकार और भाजपा नेता नहीं बता पा रहे हैं। भाजपा के नेता विपक्ष में रहते हुए महंगाई को लेकर रोज-रोज नौटंकी और तमाशा करते थे, लेकिन आज देश में आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी, लचर अर्थव्यवस्था, भय, हिंसा समेत तमाम मसलों को लेकर देश में हाहाकार मचा है और प्रधानमंत्री विदेशों में घूमने और मन की झूठी बातें करने में व्यस्त हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि काले धन के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। ”2014 के लोकसभा चुनाव की रैलियों में नरेंद्र मोदी का कोई भाषण कालेधन के जिक्रके बिना पूरा नहीं होता था। मोदी बार-बार कहते थे कि जब उनकी सरकार बनेगी तो विदेशों में जमा भारतीयों का कालाधन लाएगी और प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपये डालेगी। सरकार ने चार साल पूरे कर लिए मगर लोगों को आज भी इंतजार है कि विदेशों से कालाधन कब आएगा।” कहा कि हैरानी की बात है कि सरकार बन जाने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कह दिया कि यह बात तो चुनावी जुमला थी। कालेधन के मामले में सरकार लोगों को बरगला रही है। ”उसे पता ही नहीं है कि विदेशों में कितना कालाधन जमा है और वह कब देश में आएगा”।
अग्निहोत्री ने एक सवाल पर कहा कि बेरोजगारी के मोर्चे पर मोदी सरकार बुरी तरह फेल हुई है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, मगर रोजगार पैदा करने के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। जब मोदी सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर घिरी तो प्रधानमंत्री ने फरमाया कि पकौड़े बेचना भी तो रोजगार है। ”सच तो यह है कि बेरोजगारी में मसले पर मोदी सरकार और भाजपा बैकफुट पर है”।
प्रधानमंत्री ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर प्रहार करने की आड़ में नोटबंदी जैसा तानाशाही भरा फैसला किया था। आज तक इस फैसले के नतीजे शून्य हैं। इस तुगलकी फरमान से जहां आम लोगों को बहुत परेशानी हुई, वहीं कई लोगों को जान से हाथ धोने पड़े। नोटबंदी से उलटे अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। मोदी सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार मिटाने के नामपर नोटबंदी जैसा काला फैसला किया था, लेकिन न तो कालाधन खत्म हुआ और न ही भ्रष्टाचार कम हुआ। भाजपा आज देश की सबसे अमीर पार्टी है, उसके नेता जरा बताएं कि पार्टी के पास इतना पैसा कहां से आया।लेकिन मोदी के राज में लोग भ्रष्टाचार करके देश से विदेश भाग जाते हैं। चाहे ललित मोदी हो, विजय माल्या हो, मेहुल चौकसी हो या फिर नीरव मोदी, सभी हजारों करोड़ रुपये लूट कर विदेश में जा बैठे हैं और मोदी सरकार जानबूझकर कुछ नहीं कर रही। देश में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, लेकिन किसानों की हितैषी होने के दमगजे मारने वाली मोदी सरकार आंखें मूंदे बैठी है। सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं कर रही है। स्मार्ट सिटी, गंगा सफाई, स्वच्छ भारत, बुलेट ट्रेन चलाने, मेक इन इंडिया जैसी योजनाएं औंधे मुंह गिरी हैं, लेकिन इनकी सफलता को लेकर भाजपाई मोदी के गुणगान में लगे हुए हैं।
अग्निहोत्री ने दावा किया कि २०१९ के चुनाव में भाजपा को पता चल जाएगा कि बहुमत पाकर भी जनता से देखा करने का क्या नुक्सान है। ”जनता भाजपा को उसकी जगह बता देगी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार को सत्ता सौंपेगी।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में आज भय, हिंसा और अविश्वास का माहौल है। समाज का हर तबका परेशान है और आम आदमी खुद को ठगा महसूस कर रहा है। ”क्या किसान, क्या युवा, क्या व्यापारी वर्ग सब कह रहे हैं कि उनके साथ घोखा हुआ है। देश में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। देश में महिलाएं और बच्चियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उनके खिलाफ यौन हिंसा के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। अपराधी बेखौफ घूमकर कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मोदी सरकार के चार साल में आम आदमी से जमकर खिलवाड़ हुआ।”
अग्निहोत्री ने कहा कि ‘अच्छे दिन’लाने का वादा करके चार साल पहले सत्ता में आई मोदी सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था चौपट होकर रह गई है। ”मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियां हैं जनता को खून के आंसू रुलाना और देशवासियों से धोखा करना।” कहा कि मोदी सरकार 2014 में कांग्रेस की तथाकथित नाकामियां गिनाकर और ढेर सारे झूठे वादे और जुमले बोलकर सत्ता में आई थी। लेकिन उन वादों का क्या हुआ यह मोदी सरकार और भाजपा नेता नहीं बता पा रहे हैं। भाजपा के नेता विपक्ष में रहते हुए महंगाई को लेकर रोज-रोज नौटंकी और तमाशा करते थे, लेकिन आज देश में आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी, लचर अर्थव्यवस्था, भय, हिंसा समेत तमाम मसलों को लेकर देश में हाहाकार मचा है और प्रधानमंत्री विदेशों में घूमने और मन की झूठी बातें करने में व्यस्त हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि काले धन के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। ”2014 के लोकसभा चुनाव की रैलियों में नरेंद्र मोदी का कोई भाषण कालेधन के जिक्रके बिना पूरा नहीं होता था। मोदी बार-बार कहते थे कि जब उनकी सरकार बनेगी तो विदेशों में जमा भारतीयों का कालाधन लाएगी और प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपये डालेगी। सरकार ने चार साल पूरे कर लिए मगर लोगों को आज भी इंतजार है कि विदेशों से कालाधन कब आएगा।” कहा कि हैरानी की बात है कि सरकार बन जाने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कह दिया कि यह बात तो चुनावी जुमला थी। कालेधन के मामले में सरकार लोगों को बरगला रही है। ”उसे पता ही नहीं है कि विदेशों में कितना कालाधन जमा है और वह कब देश में आएगा”।
अग्निहोत्री ने एक सवाल पर कहा कि बेरोजगारी के मोर्चे पर मोदी सरकार बुरी तरह फेल हुई है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, मगर रोजगार पैदा करने के मामले में मोदी सरकार चारों खाने चित हुई है। जब मोदी सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर घिरी तो प्रधानमंत्री ने फरमाया कि पकौड़े बेचना भी तो रोजगार है। ”सच तो यह है कि बेरोजगारी में मसले पर मोदी सरकार और भाजपा बैकफुट पर है”।
प्रधानमंत्री ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर प्रहार करने की आड़ में नोटबंदी जैसा तानाशाही भरा फैसला किया था। आज तक इस फैसले के नतीजे शून्य हैं। इस तुगलकी फरमान से जहां आम लोगों को बहुत परेशानी हुई, वहीं कई लोगों को जान से हाथ धोने पड़े। नोटबंदी से उलटे अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। मोदी सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार मिटाने के नामपर नोटबंदी जैसा काला फैसला किया था, लेकिन न तो कालाधन खत्म हुआ और न ही भ्रष्टाचार कम हुआ। भाजपा आज देश की सबसे अमीर पार्टी है, उसके नेता जरा बताएं कि पार्टी के पास इतना पैसा कहां से आया।लेकिन मोदी के राज में लोग भ्रष्टाचार करके देश से विदेश भाग जाते हैं। चाहे ललित मोदी हो, विजय माल्या हो, मेहुल चौकसी हो या फिर नीरव मोदी, सभी हजारों करोड़ रुपये लूट कर विदेश में जा बैठे हैं और मोदी सरकार जानबूझकर कुछ नहीं कर रही। देश में किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, लेकिन किसानों की हितैषी होने के दमगजे मारने वाली मोदी सरकार आंखें मूंदे बैठी है। सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं कर रही है। स्मार्ट सिटी, गंगा सफाई, स्वच्छ भारत, बुलेट ट्रेन चलाने, मेक इन इंडिया जैसी योजनाएं औंधे मुंह गिरी हैं, लेकिन इनकी सफलता को लेकर भाजपाई मोदी के गुणगान में लगे हुए हैं।
अग्निहोत्री ने दावा किया कि २०१९ के चुनाव में भाजपा को पता चल जाएगा कि बहुमत पाकर भी जनता से देखा करने का क्या नुक्सान है। ”जनता भाजपा को उसकी जगह बता देगी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार को सत्ता सौंपेगी।”