भाजपा से बाहर आते ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं। दस दिन के भीतर वे कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करने जा रहे हैं। पहले वे राहुल गांधी से मिले थे जबकि अब वे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के साथ रविवार शाम पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने जा रहे हैं। नीतीश जोर दे रहे हैं कि विपक्ष का गठबंधन कांग्रेस के नेतृत्व में बने और सभी विपक्षी दल साथ आएं।
जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से मुलाकात के लिए उन्हें फोन किया था। अब कल उनकी मुलाकात होने जा रही है जिसमें विपक्ष को एकजुट करने के लिए रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव भी उनके साथ रहेंगे। भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी से भी कुछ समय के लिए दिल्ली आने का आग्रह किया गया था लेकिन वे यात्रा के बीच में दिल्ली आने के हक़ में नहीं थे, लिहाजा बैठक में शामिल नहीं होंगे।
दक्षिण में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो पदयात्रा अब तक जहां जहां गयी है, वहां उसे काफी समर्थन मिला है। कांग्रेस ही नहीं विपक्ष में भी इससे उत्साह बना है। वैसे सोनिया गांधी के साथ नीतीश कुमार 2015 के बाद अब मिल रहे हैं लिहाजा इस बैठक का काफी महत्व है।
स्वास्थ्य लाभ कर रहे लालू यादव भी सोनिया से काफी समय बाद मिलेंगे। राहुल गांधी जरूर उनका हाल जानने के लिए कुछ समय पहले अस्पताल में उनसे मिले थे। नीतीश और लालू यादव सोनिया से मुलाकात में उनकी माता के निधन पर संवेदना भी व्यक्त करेंगे, जिनका हाल में इटली में निधन हो गया था।
मालूम पड़ा है कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही विपक्ष के गठबंधन को अंतिम रूप देना चाहते हैं ताकि बीच में पड़ने वाले विधानसभा चुनावों में साथ जाकर इसका प्रभाव आंका जा सके। वृहद विपक्षी गठबंधन बनाने के यह कवायद तब हो रही जब कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है और उसके अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
अभी यह मालुम नहीं है कि नीतीश क्या बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी से इस सिलसिले में मिलेंगे। ममता हाल तक विपक्ष की एकता की बातें करती रही हैं। लेकिन पिछले दो महीने से उन्होंने इस दिशा में कुछ सक्रियता नहीं दिखाई है। हाल में उन्होंने आरएसएस और पीएम की तारीफ़ की थी जिसके बाद उन्हें लेकर राजनीतिक हलकों में कयास भी लगते रहे हैं।
नीतेश ने कुछ हफ्ते पहले भी दिल्ली की यात्रा की थी और तमाम बड़े विपक्षी नेताओं राष्ट्रवादी कांग्रेस के शरद पवार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मुलायम यादव, सीपीएम के सीताराम येचुरी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आदि से मिले थे। अब सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात पर विपक्ष सहित भाजपा की भी नजर है।