मुंबई से सटे वसई के एक एक्सपोर्ट कंपनी में आग लगने से करोड़ों का नुकसान हो गया है। हालांकि 3- 4 घंटे मशक्कत करने के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है लेकिन कंपनी से जुड़े एक सूत्र का आरोप है कि फायरब्रिगेड की टीम ने पहुंचने में काफी लंबा समय लिया जिसके चलते इतना ज्यादा नुकसान हुआ।फिलहाल आग से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
इस मामले में गंभीर आरोप यह है कि फायर ब्रिगेड के पास आग को काबू में करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं था टैंकर का पानी खत्म होने की वजह से आग को काबू करने में वक्त लगा।
यदि इन आरोपों में सच्चाई है तो यह वाकई शोचनीय पक्ष है कि विरार- वसई फायरब्रिगेड डिपार्टमेंट पर्याप्त और नवीन तकनीकी सुविधाओं के अभाव में अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
वसई पूर्व वालीव स्थित के के इंड्रस्टी में कुष्पाल नामक टेक्सटाइल कंपनी जो रजाई, बेडसीट,और कपास के सोफे का निर्माण करती है मे सुबह 10:30 बजे के करीब आग लग गई ।कंपनी में तकरीबन 150 मजबूर काम करते हैं । दीपावली की छुट्टी होने के कारण आधे से ज्यादा मजदूर काम पर नही आये थे ।आज तकरीबन 20 कारीगर थे।
वसई -विरार फायरब्रिगेड अफसर दिलीप पालव ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है, लेकिन कंपनी में रखा सामान पूरी जलकर राख हो गया । आग बुझाने में दमकल की 5 गाड़ी अलग अलग स्टेशनों से बुलाया गया था। जिसने स्थानिय टैंकर भी शामिल है । फिलहाल आग लगने के कारणों के संबंध में कोई जानकारी कंपनी की ओर से नहीं मिल पाई है। इस बारे में जांच पड़ताल की जा रही है।