कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे राज्य सभा सदस्य अहमद पटेल का निधन हो गया है। पटेल एक महीना पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे और उनका लगातार इलाज चल रहा था। उनके बेटे फैजल पटेल ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पिता का आज तड़के 3.30 बजे निधन हो गया। एक बेहतरीन रणनीतिकार पटेल के जाने से निश्चित ही कांग्रेस को बड़ा नुक्सान हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सभी पार्टी नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है।
कांग्रेस पार्टी में चाण्यक्य कहे जाने वाले पटेल (71) का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। पटेल को बुधवार को गुजरात के भरूच स्थित उनके पैतृक गांव पीरामन में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। पटेल को गांधी परिवार के सबसे विश्वस्त नेताओं में गिना जाता था।
पहली अक्टूबर को अहमद पटेल ने खुद एक ट्वीट कर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी। ज़मीन से जुड़े नेता पटेल तीन बार लोकसभा और 5 बार राज्यसभा के सदस्य रहे। अगस्त 2018 में उन्हें कांग्रेस का कोषाध्याक्ष नियुक्त किया गया था। पटेल पहली बार 1977 में भरूच से लोकसभा चुनाव जेटी थे तब उनकी उम्र मात्र 26 साल थी। ज़मीन से मजबूती से जुड़े होने के बावजूर पटेल ने जीवन भर पर्दे के पीछे की राजनीति की, जिसमें उन्हें माहिर माना जाता था।
पटेल को कांग्रेस में गांधी परिवार के सबसे विश्वस्त नेताओं में। साल 1993 से वे लगातार राज्यसभा सदस्य थे। पटेल की इच्छा थी कि उन्हें उनके माता-पिता के साथ ही दफन किया जाए, जिसके बारे में उन्होंने अपने बेटे को पहले की बता दिया था। उनके बेटे फैजल ने ट्वीट में कहा कि वे बेहद दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहे हैं।
फैजल ने कहा कि 25 तारीख को सुबह 3.30 पर उनके पिता का निधन हो गया। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। फैज़ल ने कहा कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। फैजल पटेल ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करें और भीड़ भाड़ में जाने से बचें।