आरएसएस के करीबी नेता और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भाजपा के संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से बाहर करने के बाद काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। महाराष्ट्र के प्रभावशाली नेता गडकरी को लेकर अब शरद पवार की पार्टी एनसीपी की टिप्पणी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि गडकरी के बढ़ते कद के कारण उनके पर क़तर दिए गए क्योंकि वे वरिष्ठों के लिए चुनौती बन रहे थे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने एक ट्वीट में कहा – ‘एक दक्ष राजनेता के तौर पर उनके बढ़ते कद की वजह से उन्हें बोर्ड से हटाया गया है। जब आपकी योग्यता और क्षमताएं बढ़ती हैं और आप वरिष्ठों के लिए चुनौती बन जाते हैं तो भाजपा आपके पर कतर देती है। दागियों को बढ़ाया जाता है…।’
गडकरी के भाजपा से बाहर भी कमोबेश सभी दलों के नेताओं से बेहतर रिश्ते रहे हैं क्योंकि उनके स्वभाव ही ऐसा है। इसके अलावा उन्हें मोदी सरकार में सबसे ज्यादा सक्रिय मंत्री माना जाता है और उनके प्रदर्शन की काफी प्रशंसा होती रही है।
बता दें कल भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से भाजपा के नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति की घोषणा की थी जिसमें वरिष्ठ नेताओं गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जगह नहीं दी गई थी। महाराष्ट्र भाजपा में गडकरी के प्रतिद्वंदी माने जाने वाले देवेंद्र फडणवीस, जो अब राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं, को संसदीय बोर्ड और चुनाव
एनसीपी नेता क्रैस्टो ने ट्वीट में आगे कहा – ‘नितिन गडकरी को भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल नहीं किया जाना दर्शाता है कि एक कुशल राजनेता के तौर पर उनका कद कई गुना बढ़ गया है।’ बता दें कि भाजपा के भीतर नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जाता रहा है और मंत्री के तौर पर विपक्ष की तारीफ़ भी उन्होंने हासिल की है।