लोक सभा चुनाव ११ अप्रैल से १९ मई के बीच

सात चरण के नतीजे २३ मई को, सभी चुनाव वीवीपैट से, आचार संहिता लागू

चुनाव आयोग ने लोक सभा चुनाव २०१९ की तारीखों का ऐलान कर दिया है। एक प्रेस कांफ्रेंस में रविववार को मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील अरोड़ा ने इन तारीखों का ऐलान किया। नतीजे २३ मई को आएंगे। इनके मुताबिक लोक सभा चुनाव ७ चरणों में होंगे। आज से ही चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गयी है। याद रहे 16वीं लोकसभा का चुनाव २०१४ में ९ चरणों में हुआ था। 
 
पहले फेज की वोटिंग ११ अप्रैल (९१ सीट /२० राज्य), दूसरे की १८ (९७ सीट/१३ राज्य), तीसरे की २३ (११५ सीट/१४ राज्य), चौथे की २९ (७१ सीट/ ९ राज्य), पांचवें की ६ मई (५१ सीट/७ राज्य), छठे की १२ (५९ सीट/ ७ राज्य) और सातवें की वोटिंग १९ मई (५९ सीट/८ राज्य) को होगी। 
 
पहले चरण में 11 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की 25, असम की पांच, बिहार की चार, छत्तीसगढ़ की एक, जम्मू कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, मणिपुर की दो, मेघालय की दो, नगालैंड की एक, मिजोरम की एक, तेलंगाना की 17, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की पांच, पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर मतदान होगा। 
 
कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा में दो चरणों में मतदान होंगे। असम और छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होंगे। झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में चार चरणों में मतदान होगा। जम्मू कश्मीर में पांच चरणों, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव होंगे। 
 
पहले चरण में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, केरल, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान, दादरा-नागर हवेली, दमन-दीव, लक्षदीप, दिल्ली, पांडिचेरी में मतदान होंगे। 
 
पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटें, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटें, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटें, चोथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटें, पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटें, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटें और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होगा। 
 
प्रेस कांफ्रेंस में अरोड़ा ने बताया कि करीब ९० करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। करीब १. करोड़ मतदाता १८-१९ साल के आयु के हैं। चुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये जाएंगे। मतदान केंद्रों की सीसीटीवी से निगरानी होगी। शिकायत दर्ज़ कराने के लिए एंड्रायड ऐप होगा। नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई होगी। संवेदनशील बूथों की कड़ी निगरानी होगी। जम्मू कश्मीर के लिए तीन आब्जर्बर होंगे। 
 
चुनावी खर्चे पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। नाम चेक करने के लिए नंबर होगा – १५९०। करीब १० लाख पोलिंग स्टेशन होंगे। ज़रुरत पडी तो बढ़ा सकते हैं। चुनाव के लिए सभी एजेंसीज से राय ली। वीवीपैट हरेक पोलिंग स्टेशन में इस्तेमाल होंगे। 
 
अरोड़ा ने कहा – ”चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र योजना बनाने की कोशिश की। भारत इन मतदानों के जरिये दुनिया के लिए प्रकाश पुंज की तरह उभरा है। चुनाव की तारीखों का चयन करते हुए त्योहारों का ध्यान रखा गया।” आयोग की टीमों ने सभी राज्यों का दौरा। किया 
 
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम और शिकायत केंद्र २४ घंटे सक्रिय रहेंगे। गौरतलब है कि साल २०१४ के लोकसभा चुनाव ७ अप्रैल से १२ मई के बीच हुए थे और वोटों की  गिनती १६ मई को हुई थी। 
 
पीएम मोदी ने चुनाव तारीखों के ऐलान का स्वागत किया है। मोदी ने लगातार किये ट्वीट में सबका शुक्रिया किया है। उधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चुनाव का ऐलान करते हुए कहा देश के तमाम मतदातों के पास अपनी सरकार चुनने का अधिकार है और जो फैसला वे करेंगे सही होगा।