चुनाव आयोग आज शाम लोक चुनाव २०१९ की तारीखों का ऐलान कर सकता है। सम्भावना है कि चुनाव आयोग के अधिकारी आज शाम ५ बजे इसे लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या लोक सभा चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव का भी ऐलान हो सकता है। यदि आज चुनाव का ऐलान हो जाता है चुनाव आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। जानकारों के मुताबिक चूंकि चार विधानसभाओं की अवधि भी इसी साल पूरी होनी है लिहाज़ा उनके चुनाव भी साथ करवाए जा सकते हैं।
वैसे पीएम मोदी महीने पहले तक पूरे देश के चुनाव एक-साथ करवाने की बात कहते रहे हैं लेकिन उसके बाद यह मसला ठंडा पड़ गया है। जिन चार राज्यों में इस साल विधानसभाओं की अवधि पूरी होनी है उनमें ओड़िशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। वैसे में भी चुनाव की मांग वहां के राजनीतिक दल जोर-शोर से कर रहे हैं जहाँ इस समय राज्यपाल शाशन है।
यह देखा भी दिलचस्प है कि लोकसभा चुनाव के चुनाव कितने चरणों में करवाए जाते हैं। सुरक्षा बलों के उपलब्धता को देखा जाये तो यह चुनाव ६ से ८ चरणों में हो सकते हैं।
इस बार के चुनाव मुद्दों की बात करें तो राफेल डील, किसान, बेरोजगारी जैसे मुद्दे बड़े हो सकते हैं। हालाँकि भाजपा आतंकी ठिकानों पर हाल की ”एयर स्ट्राइक” को चुनाव का मुद्दा कमोवेश बना चुकी है। वैसे चुनाव आयोग ने सख्त हिदायत जारी की है कि किसी भी सैनिक/शहीद की फोटो का प्रचार में किसी सूरत में इस्तेमाल न किया जाये। यह देखने में आया है कि भाजपा अपनी प्रचार रैलियों में मिग पायलट अभिनन्दन और शहीदों के पोस्टरों का इस्तेमाल कर रही है। विपक्ष भी भाजपा पर शहीदों के नाम का इस्तेमाल चुनाव में करने का आरोप लगता रहा है।
चुनाव की घोषणा में देरी पर भी कांग्रेस ने सख्त ऐतराज जताया था। विपक्ष का आरोप था कि यह देरी इसलिए की जा रही है, ताकि सरकार आचार संहिता लागू होने से पहले घोषणाएं करके जनता को लुभा सके। हालांकि आयोग ने इस आरोप को अनुचित बताया था।