राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया और उनके गौतम अडानी के साथ रिश्तों पर सवाल उठाया। राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान अडानी मुद्दे पर कई सवाल उठाए और कहा कि अरबपति व्यापारी को लाभ पहुंचाने के लिए भारत की विदेश नीति तैयार की गयी है।
राहुल गांधी के भाषण के दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों ने कई बार टोका-टाकी की और हंगामा किया। भाजपा के सदस्यों ने उन्हें टोकते हुए कहा कि बिना प्रमाण के वे कोई आरोप न लगाएं। गांधी ने अपने भाषण में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जुड़े हुए अनुभव साझा करते हुए कहा – ‘यात्रा में युवाओं ने हमसे अडानी पर कई सवाल किए हैं। युवाओं ने अग्निवीर योजना को लेकर भी आशंकाएं जताई कि हमें पहले लम्बी सर्विस और पेंशन मिलती थी, किंतु अब हमें सिर्फ चार साल के बाद निकाल दिया जाएगा। किसी युवा ने कहा कि वह बेरोजगार है, किसी ने कहा कि वह मजदूरी करता है।’
अडानी पर राहुल गांधी ने कहा कि, 2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे किंतु अब वे उस लिस्ट में 2 नंबर पर आ गए हैं। अडानी इतने कम समय में इतने अमीर कैसे हो गए? वे इतने सारे व्यापार कैसे करने लगे हैं, और पीएम मोदी से उनका क्या रिश्ता है?’
कांग्रेस नेता ने अग्निवीर योजना पर कहा कि, अग्निवीर योजना आरएसएस और होम मिनिस्ट्री से आई है और आर्मी पर थोपी गयी है। अग्निवीर योजना को अजीत डोवल जी ने सेना पर थोपा है। जबकि आर्मी के लोग कह रहे हैं कि उन्हें ये योजना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा – ‘यात्रा के दौरान सेना के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों ने मुझसे कहा कि अग्निवीर योजना आरएसएस, गृह मंत्रालय से आई, न कि सेना से।’
राहुल ने कहा कि, ‘2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद, मौजूदा नियम यह था कि केवल हवाई अड्डों में अनुभव रखने वाली कंपनी/व्यक्ति को ही उन्हें विकसित करने की जिम्मेदारी दी जाती थी किंतु अडानी के लिए एयरपोर्ट को डेवलप करने के नियमों में बदलाव किए गए और यह नियम किसने बदले ये महत्वपूर्ण बात है। नियम को भारत सरकार ने अडानी के लिए बदल दिया और उन्हें 6 एयरपोर्ट दिए गए। भारत सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए जीवीके से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाए है और मैं इसके सबूत भी दे दूंगा।’
उन्होंने पीएम मोदी और गौतम अडानी की तस्वीर दिखाते हुए दोनों के संबंधों पर कई सवाल उठाए और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर भी सवाल किया। उन्होंने कहा कि अडानी की सफलता के पीछे किसका हाथ है? पीएम मोदी और अडानी का क्या संबंध है? आगे कहा कि चाहे एयरपोर्ट हो, पोर्टस हो, सड़क हो, कोयला हो, ड्रोन हो, या फिर सेब का बिजनेस हो सभी अडानी के हैं।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ का अनुभव साझा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा के दौरान मैं कई लोगों से मिला और लोग मुझसे सवाल करते थे कि मुझे भी अडानी की तरह ही अपना स्टार्टअप करना है। जिस प्रकार अडानी हर सेक्टर में फैले हैं और जहां हाथ डालते हैं वहीं सफल हो जाते है वैसे ही हमें भी सफल होना है। उन्होंने कहा – ‘पहले अडानी के हवाई जहाज में पीएम मोदी जाते थे और अब अडानी पीएम के जहाज में जाते हैं। साथ में या कई बार बाद में।’
सवाल करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम बताए कि वो विदेश दौरे पर कितनी बार अडानी के साथ गए? वो बताएं जहां प्रधानमंत्री गए वहां कितने देशों में अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिले। और अडानी के मामले की जांच क्यों नहीं होती?
आपको बता दें, प्रेसिडेंट एड्रेस पर राहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हमें बेरोजगारी, महंगाई और किसान यह मुद्दे दिखाई दिए। किंतु राष्ट्रपति एड्रेस में यह तीनों ही मुद्दे का जिक्र नहीं किया गया था ये तीनों मुद्दे गायब थे। प्रेसिडेंट एड्रेस में बहुत सी चीजें बोली गयी किंतु अग्निवीर पर एक लाइन बोली गयी कि यह केंद्र सरकार की योजना है। मैंने देखा कि प्रेसिडेंट एड्रेस और जनता की बाते बिल्कुल अलग है।’