चार मई से देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है और इसे लेकर कांग्रेस ने बुधवार को अपने राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की। दिल्ली में हुई इस बैठक की अध्यक्षता अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की और इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई नेता उपस्थित रहे।
ऑनलाइन हुई इस बैठक में सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह सहित अन्य नेताओं ने लॉकडाउन और कोरोना से निपटने की मोदी सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए।
सोनिया गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला किया और सवाल पूछा कि १७ मई के बाद क्या और कैसे ? उन्होंने पूछा कि मोदी सरकार के पास लॉकडाउन को लेकर आगे की क्या रणनीति है ?
सोनिया गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला किया और सवाल पूछा कि १७ मई के बाद क्या और कैसे ? उन्होंने पूछा कि मोदी सरकार के पास लॉकडाउन को लेकर आगे की क्या रणनीति है ?
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मोदी सरकार पर आक्रमक दिखे। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि लॉकडाउन ३.० के बाद क्या? हम सरकार से ये पूछना चाहते हैं कि सरकार के पास आगे की क्या योजना है ? उन्होंने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लॉकडाउन के तीसरे चरण के बाद की रणनीति के बारे में जानकारी होनी चाहिए ताकि वे उस हिसाब से तैयारी कर सकें।
बैठक में राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़ और पुदुचेरी के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से कहा कि हालत से निपटने के लिए राज्यों को राहत पैकेज घोषित की जाये। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब तक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता, तबतक राज्य और देश कैसे चलेंगे? उन्होंने कहा – ”हमने दस हजार करोड़ का राजस्व खो दिया है। राज्यों ने पैकेज के लिए बार-बार प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है लेकिन हमारी बात को अनसुना कर दिया गया है।”
पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन पर केंद्र के नजरिये पर जमकर सवाल उठाए। सिंह ने कहा – ”हमने दो समितियों का गठन किया है, एक लॉकडाउन के एग्जिट प्लान के लिए और दूसरी आर्थिक पुनरुद्धार के बारे में रणनीति बनाने के लिए। दिल्ली के लोग बैठकर बगैर जाने जोनों के वर्गीकरण का फैसला कर रहे हैं”।
कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने आरोप लगाया कि जोन बंटवारे में किसी भी राज्य या मुख्यमंत्री से परामर्श नहीं किया जाता। जोनों का वर्गीकरण भी आपत्तिजनक है। उनके मुताबिक बिना राज्य सरकारों की सलाह के भारत सरकार जोनों का वर्गीकरण कर रही है। दिल्ली में बैठे लोग कैसे राज्यों की हालत को बता सकते हैं।
कांग्रेस ने पिछले समय में मोदी सरकार की लॉक डाउन और कोरोना से निपटने के इंतजामों को लेकर खूब खिंचाई की है। पार्टी नेता राहुल गांधी ने तो १३ फरवरी को ही सरकार को कोरोना को लेकर चेताया था, लेकिन उसका आरोप है कि मोदी सरकार ने इसकी कोइ परवाह नहीं की।