देश भर में २१ दिन के लॉक डाउन की अवधि १४ अप्रैल को ख़त्म होनी है लेकिन उससे पहले १२-१३ अप्रैल को केंद्र एक समीक्षा बैठक करेगा जिसमें स्थिति पर गहराई से चर्चा करके अगले कदम का फैसला किया जाएगा। संभावना है कि देश को दो हिस्सों के आधार पर बांटा जाएगा जिसमें एक ”हॉट स्पॉट” और दूसरा ऐसे क्षेत्र होंगे जहाँ एक भी मामला नहीं हुआ है, होगा। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में लॉक डाउन की अवधि आगे बढ़ाई जा सकती है, जबकि कुछ जगह छूट मिल सकती है।
अभी तक यह एक आम राय है कि २१ दिन के लॉक डाउन से मिली सफलता को व्यर्थ न जाने दिया जाये और पूरी छूट देने को लेकर जल्दबाजी में कोइ फैसला न किया जाये, भले जल्दी में लॉक डाउन शुरू करने से बड़े स्तर परपलायन हुआ हो और लोगों, खासकर गरीबों को बहुत दिक्कत झेलनी पड़ी हो।
लॉक डाउन में ढील देने के खिलाफ एक बड़ा तर्क यह है कि देश में कोरोना के मामले अब बढ़ रहे हैं और जैसे जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है मामले सामने आ रहे हैं। देश में अस्पतालों में अभी भी इस महामारी से निबटने की तैयारी और इंतजाम नहीं हैं, लिहाजा लोगों को घरों में रखना ही सबसे बेहतर उपाए माना जा है। अभी भी चेन टूटने में वक्त लगेगा क्योंकि बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।
भाजपा दिवस पर पीएम का संदेश
भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस (चालीस साल) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ महाजंग में भागीदार बनने और सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की। पीएम मोदी ने जेपी नड्डा का जो संदेश ट्वीट किया है उसमें अपील की गई है कि सभी कार्यकर्ता एक वक्त का भोजन त्यागें। जब भी बीजेपी को सेवा करने का मौका मिला, पार्टी ने सुशासन और गरीबों के सशक्तिकरण पर जोर दिया। पार्टी के सिद्धांतों के अनुरूप हमारे कार्यकर्ताओं ने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा की और समाज सेवा की नई मिसाल भी कायम की।”
मोदी ने अपने ट्वीट में कहा – ”भाजपा का ४०वां स्थापना दिवस ऐसे समय में आया है, जब देश कोविड-१९ से लड़ रहा है। मैं कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिशानिर्देशों का पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जरूरतमंदों की मदद करें। एकजुट होकर भारत को कोरोना से मुक्त करें।”