स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 21 दिनों के लॉकडाउनके दौरान उदासी एवं एकाकी से बचने के लिए धूम्रपान या नशा से शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इस आपदा की घड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी है।
मंत्रालय का कहना है कि तंबाकू और अल्कोहल का शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और मनोदशा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे बचें।
मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि संक्रमण के संभावित दायरे में आने वालों के साथ शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाने के बजाय उन्हें उपचार और एहतियात के उपायों से अवगत करायें। इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा और रोगी को समय पर उपयुक्त इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि लॉकडाउन का मकसद संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे लोगों में फैलने से रोकना और खुद और दूसरों की संक्रमण से सुरक्षा करना है।सिर्फ और सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिये ही बाहर जाएं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों की पर्याप्त जानकारी रखें इससे स्वास्थ्य सुविधा का समय पर लाभ उठाना आसान होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से भयभीत होने के बजाय सचेत और सक्रिय रहने की अपील की है।