हाल में किडनी ट्रांसप्लांट करवाने वाले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सीबीआई के दोबारा रेलवे प्रोजेक्ट मामले की जांच शुरू करने पर विपक्ष और लालू के परिजनों ने तीखी प्रतिक्रया जाहिर की है। लालू के बेटी रोहिणी आचार्य, जिन्होंने अपने पिता को किडनी डोनेट कर उनकी जान बचाई है, ने आरोप लगाया है कि ‘मोदी सरकार एजेंसियों का दुरूपयोग कर राजनीतिक उत्पीड़न कर रही है’।
रोहिणी आचार्य ने एक ट्वीट में लिखा – ‘माफ़ीवीरों की औलादो न तोड़ पाओगे लालू जी का आत्मविश्वास, क्योंकि जनता-जनार्दन का आशीर्वाद है लालू जी के साथ’। याद रहे रोहिणी आचार्य ने ही एक महीने पहले अपने पिता लालो यादव को किडनी डोनेट कर उनकी जान बचाई है। इसके लिए रोहिणी की देश भर में तारीफ़ हुई थी।
उधर सीबीआई के लालू यादव के खिलाफ मामला दोबारा खोलने को लेकर उनके बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा – ‘सीबीआई ने पहले भी इस मामले की जांच की है। मेरा और लालू जी का जीवन बिल्कुल एक खुली किताब की तरह है। एक बार क्या 10 बार जांच कर लें, लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम लोगों ने कई बार इस मुद्दे पर स्टेटमेंट रिकॉर्ड करवाया है। ई़डी, सीबीआई सबके सवालों का जवाब मैंने दे दिया है।’
इस मामले में बिहार के पूर्व मंत्री आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने उच्चतम न्यायालय की ‘पिंजरे में तोते’ वाली टिप्पणी को याद करते हुए कहा कि हमेशा से सत्ताधारी सरकारों पर इन एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगते रहे हैं। उनका आरोप है कि ऐसा राजनीतिक उत्पीड़न के लिए किया जाता है।