लम्पी वायरस से राजस्थान में करीब 50 हजार से अधिक मवेशी की मौत हो गर्इ हैं। भारतीय जनता पार्टी ने जयपुर में मवेशियों में लम्पी त्वचा रोग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। और प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़े, बैरिकेड्स तोड़ी साथ ही तत्काल कार्रवाई की मांग के नारे भी लगाए।
इस बीमारी से जयपुर में दूध संग्रहण को प्रभावित किया है जिसके चलते राज्य में मिठाइयों की कीमतों में वृद्धि हुई है। और प्रदेश में सबसे बड़ी दुग्ध सहकारी संस्था जयपुर डेयरी फेडरेशन के मुताबिक दूध संग्रहण में 15 से 18 फीसदी की गिरावट भी आई हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मांग की है कि लम्पी चर्म रोग को केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की हैं। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, “हमारी प्राथमिकता यह है कि गायों के जीवन को लम्पी रोग से कैसे बचाया जाए। केंद्र को वैक्सीन और दवाएं देनी हैं, ऐसे में हम केंद्र से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं।“
आपको बता दें, इस बीमारी का अभी तक कोई टीका नहीं हैं। लेकिन इस पर गोट पॉक्स का टीका प्रभावी पाया गया है। और राजस्थान में अब तक 12.32 लाख मवेशियों को गोट पॉक्स का टीका लग चुका हैं। जबकि 11 लाख से अधिक जानवर इस वायरस से प्रभावित हैं, 51 हजार मवेशियों की मौत भी हो चुकी हैं।