देश में कोरोना संक्रमण की लहर बेकाबू है। इसके बावजूद लापरवाहियां जारी हैं। एक ओर कुंभ पर लाखों लोगों का जमा होना साथ ही बंगाल में चुनाव प्रचार पर रैलियों में भारी भीड़ का जमावड़ा चिंता का सबब बना हुआ है। लगातार दूसरे दिन संक्रमण के मामले दो लाख के पार पहुंचे हैं। इससे पहले वीरवार को पहली बार इसने एक दिन में दो लाख संक्रमण का आंकड़ा पार कर लिया। ये इससे एक दिन पहले के मुकाबले 9 फीसदी अधिक था। इस दौर 1184 मरीजों की मौत हुई जो पिछले साल सितंबर के बाद सबसे ज्यादा है।
इसी बीच देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 15 लाख पहुंच गई। इस महीने सक्रिय मरीजों की संख्या ढाई गुना तक बढ़ गई है। गत 31 मार्च को यह संख्या छह लाख थी। ज्यादा सक्रिय मामलों का मतलब यह होता है कि इससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ेगा और मौतों की संख्या में भी तेजी देखी जा सकती है। 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अब तक के सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए।
सबसे अधिक महाराष्ट्र में 61,695 मामले सामने आए। देश में कुल 2,16,902 मामले सामने आए। महाराष्ट्र में कुल 349 मौते हुई हैं। इसके बाद छत्तीगढ़ में 135, दिल्ली में 112 और उत्तर प्रदेश में 104 लोगों की मौत हुई। गुजरात में 81, कर्नाटक में 66 और मध्य प्रदेश में 53 मरीजों ने दम तोड़ा।
मध्य प्रदेश में एक खबर अलग चर्चा का विषय बना हुआ है कि भोपाल में एक साथ 112 लोगों को जलाया गया, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में महज चार को दिखाया गया।
कोरोना कुंभ : हरिद्वार में 30 साधु संक्रमित, महामंडलेश्वर की मौत
उत्तराखंड में आस्था के महाकुंभ के बीच अब कोरोना का कुंभ शुरू हो गया है। यहां भी 30 साधु-संत कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यह सरकारी आंकड़ा है, लेकिन संक्रमित साधुओं की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। इस बीच, वीरवार को अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास (65) की मौत हो गई। महामंडलेश्वर कोविड जांच में संक्रमित पाए गए थे। उनको सांस लेने में तकलीफ थी। कई दिनों से तेज बुखार भी आ रहा था। वे कुंभ मेले में ही थे। देहरादून के अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली।
14 से 28 फरवरी तक उत्तराखंड में महज 172 लोग संक्रमित पाए गए थे। अब 1 से 15 अप्रैल के बीच का 15 हजार से ज्यादा मरीज पाए गए हैं। यानी कुंभ में कोरोना का किस तरह से प्रसार हुआ है, अभी सही अंदाजा लगाया जाना मुश्किल है। कर्नाटक ने वीरवार को कही कुंभ से लौटने वालों को एकांतवास में रखने का फरमान जारी कर दिया है।
फरवरी में जहां उत्तराखंड में महज 50-60 मरीज सामने आते थे, अब कुंभ के फैलाव के साथ ही यह संख्या बढ़कर 2,000 से 2,500 हो गई है। यहां तक कि कई बार विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी संक्रमण से अब उबर रहे हैं। आने वाले दिनों में स्थितियां और भी भयावह हो सकती हैं।