लखीमपुर खीरी में किसानों को वाहन से कुचलकर मार देने की घटना में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आशीष से इस मामले में लगातार 12 घंटे तक पूछताछ की गयी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस, संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य विपक्ष दल लगातार इस मामले में दबाव बनाए हुए थे।
आशीष पूछताछ के लिए सुबह लखीमपुर खीरी में क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंच गए जिसके बाद उनसे लगातार पूछताछ हुई। मुख्य आरोपी का कलमबद्ध ब्यान दर्ज करने के लिए वहां पुलिस अधिकारियों के अलावा मजिस्ट्रेट भी उपस्थित रहे। बता दें किसानों के हत्याकांड मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ धारा 302 जैसी गंभीर धाराएं लगाई गयी हैं।
क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। आशीष के घर पेशी के लिए पुलिस को दो बार नोटिस चस्पा करना पड़ा था। हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा पर किसानों को कुचलने का आरोप है। केंद्रीय मंत्री अपने बेटे को इस मामले में निर्दोष बताते रहे हैं। उधर आशीष के समर्थक आज बाहर बड़ी संख्या में मौजूद रहे। आशीष के वकील और मंत्री पिता भी साथ थे।
बता दें आशीष को सुबह 11 बजे पेश होना था, लेकिन वह करीब 20 मिनट पहले ही क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया था। पहले मीडिया में आशीष मिश्रा के फरार होने की रिपोर्ट्स भी आई थीं। उसके वकील ने आज बताया कि आशीष मिश्रा तय समय पर पुलिस के सामने पेश होंगे। पहले अजय मिश्रा ने अपने बेटे को ‘निर्दोष’ बताते हुए शुक्रवार को उसके ‘अस्वस्थ’ होने की बात कही थी।
इस बीच सीएम योगी ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की छूट नहीं है। लेकिन ‘किसी दबाव में भी कोई कार्रवाई नहीं होगी’। योगी ने कहा, ‘लखीमपुर खीरी की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार उसकी तह तक जा रही है। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, जब कानून सबको सुरक्षा प्रदान करने की गारंटी दे रहा है, तो किसी को भी अपने हाथ में कानून लेने का अधिकार नहीं है, चाहे वह कोई भी हो।’