उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसान हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर कांग्रेस लगातार दबाव बढ़ाती जा रही है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का काफिला सहारनपुर में रोक दिया गया है और सिद्धू को हिरासत में ले लिया है। उनके साथ आये कांग्रेस के कई नेताओं और पंजाब के मंत्रियों को भी यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
इससे पहले जब यूपी पुलिस ने सिद्धू के काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी तो पुलिस के लगाए गए बेरिकेट्स को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने सिद्धू, पंजाब के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और परगट सिंह सहित अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
पुलिस का कहना है कि लखीमपुर में धारा 144 लागू है और ऐसे में केवल पांच लोगों को आगे जाने की अनुमति है। लेकिन कांग्रेस नेता सिद्धू बड़े काफिले के साथ जाने पर अड़ हुए थे। इसी दौरान काफिले में शामिल नेताओं की पुलिस अधिकारियों से जबरदस्त बहस हुई। सिद्धू और अन्य नेताओं को पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया।
इससे पहले सिद्धू के काफिले को यमुनानगर (हरियाणा) से आगे बढ़ने पर यूपी में सहारनपुर की सीमा पर रोक दिया गया। इसके बाद वहां काफी हंगामा हुआ। कांग्रेस नेताओं ने इसके बाद वहां जमकर नारेबाजी की। सिद्धू ने पुलिस के रोके जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें और अन्य नेताओं को रोकना गैरकानूनी और उनके अधिकारों का हनन है।
बता दें सिद्धू का काफिला सुबह पंजाब के मोहाली से लखीमपुर खीरी रवाना हुआ था। काफिले के रवाना होने से पहले सिद्धू ने कहा – ‘यदि कल तक लखीमपुर की घटना के लिए दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो भूख हड़ताल करुंगा।’ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी इस मौके पर पहुंचे थे। उनके काफिले में पंजाब के कांग्रेस विधायक और मंत्री शामिल हैं। यह दल मोहाली में चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के पास से रवाना हुआ। काफिले में पंजाब के शिक्षामंत्री परगट सिंह पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा भी लखीमपुर खीरी जाने वाले काफिल में शामिल हैं । काफिले को मोहाली से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रवाना किया।