उत्तर प्रदेश सरकार ने आंदोलनकारियों के पोस्टर मामले में हाई कोर्ट का आदेश नहीं माना तो लखनऊ में सरकार को उसी की स्टाइल में समाजवादी पार्टी ने जवाब दिया है। दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने वालों के पोस्टर शहर में लगाए जाने की हरकत पर पलटवार करते हुए सपा नेता ने सत्तारूढ़ भाजपा के दो नेताओं की तस्वीर वाले पोस्टर शहर में लगवा दिए। इन पर लिखा- इनसे बेटियां रहें सावधान सुरक्षित रहे हिन्दुस्तान।
सपा नेता आई पी सिंह ने बृहस्पतिवार रात बलात्कार और हत्या के मामले में सजा काट रहे उन्नाव के भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और एक अन्य बलात्कार के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद के तस्वीर वाले बड़े-बड़े पोस्टर ठीक उसी जगह पर लगा दिए, जहां पर योगी सरकार ने सीएए के विरोध में हुई हिंसा में शामिल लोगों के पोस्टर लगाए हैं।
लखनऊ में करीब 50 जगह ऐसे पोस्टर लगवाये, लेकिन देर रात करीब एक बजे आला अधिकारियों ने पुलिस की मदद से इन पोस्टरों को हटवा दिया। ये पोस्टर काले रंग के थे और इनमें कुलदीप सिंह सेंगर और चिन्मयानंद की तस्वीर थी। सपा नेता आई पी सिंह ने ऐसे एक पोस्टर की तस्वीर के साथ ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा, जब प्रदर्शनकारियों की कोई निजता नहीं है और हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी योगी सरकार होर्डिंग नहीं हटा रही है, तो ये लीजिए फिर। नेता ने कहा, लोहिया चौराहे पर मैंने भी कुछ अदालत द्वारा नामित अपराधियों के पोस्टर जनहित में जारी कर दिए हैं, इनसे बेटियां सावधान रहें।
दुष्कर्म जैसे संगीन आरोपों का सामना कर रहे भाजपा नेताओं के ये पोस्टर काले रंग के हैं, इनमें कुलदीप सिंह सेंगर और चिन्मयानंद की तस्वीर लगी है। साथ ही इन दोनों पर क्या आरोप हैं, इस बारे में भी पोस्टर में विस्तार से लिखा गया है। सपा नेता ने लिखा- मेरा इरादा सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लालच में अंधी हो चुकी सरकार को जगाने का था।