भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की 21 मई तक गिरफ्तारी न होने की सूरत में पहलवानों के समर्थन में आये संगठनों, जिनमें भारतीय किसान यूनियन और खाप पंचायतें प्रमुख है, अपना संघर्ष तेज करने की धमकी दी है। उधर तमाम पाबंदियों के बावजूद अब विरोध प्रदर्शन स्थल पर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है।
प्रदर्शनकारी पहलवानों को सलाह देने वाली 31 सदस्यीय समिति चेतावनी दी है कि यदि आरआईपी अधिकारी सिंह, जो भाजपा के सांसद भी हैं, को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो बड़ा फैसला किया जाएगा। उधर स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है कि इस विरोध प्रदर्शन को किसानों ने हाईजैक कर लिया है।
उधर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा – ‘हमने तय किया है कि हर खाप से सदस्य रोज धरना स्थल पर आएंगे। वे दिन में यहीं रुकेंगे और शाम तक लौट आएंगे। पहलवानों की समिति धरना प्रदर्शन करेगी और हम पहलवानों को बाहर से समर्थन देंगे। हमने 21 मई के लिए बैठक निर्धारित की है। यदि सरकार कोई प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे।’
टिकैत ने कहा कि यदि कोई आपात स्थिति आती है, पहलवान अगर किसी समस्या का सामना करते है तो पूरा देश उनके साथ खड़ा है। विरोध स्थल पर भारी भीड़ के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। इसमें रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और महिला सुरक्षाबलों की भी बड़ी सुख्या में तैनाती की गई है।
रविवार को ‘महापंचायत’ में पहलवानों की ओर से अगले कदम पर चर्चा के दौरान धोती-कुर्ता पहने और सैकड़ों की संख्या में पगड़ीधारी किसानों की भीड़ प्रदर्शन स्थल पर दिखी। इससे किसान आंदोलन की याद ताजा हो गयी।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने धारा 161 के तहत सात महिला शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज कर लिये हैं, जबकि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 (मजिस्ट्रेट के सामने) के तहत बयान दर्ज किए जाने बाकी हैं।