रूस ने मंगलवार को चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका अपने एफ-16 लड़ाकू विमान यूक्रेन को देता है तो इससे संघर्ष बढ़ेगा क्योंकि ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। जेलेंस्की लंबे समय से अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमान के लिए मांग कर रहे थे। उधर दक्षिणी यूक्रेन के रूस नियंत्रित हिस्से में सोवियत-युग का एक प्रमुख बांध मंगलवार को टूट गया। इसका पानी युद्ध क्षेत्र में छोड़ दिया गया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को ताजिकिस्तान के दुशांबे में एक सैन्य अड्डे पर अपने संबोधन में कहा – ‘हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि एफ-16 परमाणु हथियार ले जा सकता है।’ उन्होंने चेतावनी दी कि कीव को इनकी आपूर्ति करने से संघर्ष और बढ़ेगा। अगर वे इसे नहीं समझते हैं, तो वे सैन्य रणनीतिकारों और योजनाकारों की भूमिका में बेकार हैं।’
याद रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की लंबे समय से एफ-16 लड़ाकू विमान के लिए अमेरिका से मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि यूक्रेनी पायलटों के हाथ में
एफ-16 लड़ाकू विमान लगने से रूस की हार होगी। बता दें पिछले महीने जी-7 नेताओं से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि वाशिंगटन यूक्रेनी पायलटों को एफ-16 लड़ाकू विमानों की ट्रेनिंग प्रदान करेगा। घोषणा के बाद से ही रूस की ओर से आपत्ति आने लगी थी।
उधर दक्षिणी यूक्रेन के रूस नियंत्रित हिस्से में एक प्रमुख सोवियत-युग का बांध मंगलवार को टूट गया। सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो (जिसका सत्यापन नहीं हुआ है) में बांध के अवशेषों के माध्यम से पानी के बहाव को दिखाया गया है। यह बांध साल 1956 में कखोवका पनबिजली संयंत्र के हिस्से के रूप में निप्रो नदी पर बनाया गया था। यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि रूसी सेना ने बांध को उड़ा दिया।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूस और यूक्रेन ने इसके बाद युद्ध क्षेत्र में बांध के पानी को छोड़ दिया। यह बांध क्रीमिया प्रायद्वीप को भी पानी की आपूर्ति करता है, जिसे 2014 में रूस ने अपने कब्जे में ले लिया था। ज़ापोरिज़्ज़िया परमाणु संयंत्र में भी इसका पानी इस्तेमाल होता है।