एक ओर जहां अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमान को लेकर भारतीय वायुसेना तैयारी कर रही है और इसके लिए मिसाइल के परीक्षण भी किये जा रहे हैं। फ्रांस के दसॉल्ट की ओर से पहले ही भारतीय वायुसेना को विमान सौंपा गया है, जिसकी प्रक्टिस वहीं पर की जा रही है। भारतीय वायुसेना के पायलट प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस बीच, भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग-27 शुक्रवार को रिटायर हो गया। जोधपुर में आखिरी आखिरी भरी।
वायुसेना के मिग-27 लड़ाकू विमान ने तीन दशक तक देश की सेवा की है। भारतीय वायु सेना के बेड़े में 1985 में शामिल किया गया था। मिग- 27 की जगह मिग-21 विमान ले चुके हैं।
पाकिस्तान के साथ हुए कारगिल युद्ध का हीरो माना जाता रहा है लड़ाकू विमान मिग-27। युद्ध के दौरान मिग-27 ने पाकिस्तान को वापस भेजने और झुकने को मजबूर कर दिया था।
जोधपुर एयरबेस पर मिग-27 के 7 लड़ाकू विमानों ने अपनी आखिरी उड़ान भरी। विदाई कार्यक्रम के दौरान मिग-27 को बाकायदा सलामी दी गई। इस दौरान वायुसेना के कई बड़े अफसर भी मौजूद रहे।