राफेल लड़ाकू विमान पर सर्वोच्च अदालत का फैसला आने से उत्साहित भाजपा ने अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस करके राहुल गांधी से कहा है कि वे देश को बताएं कि राफेल पर उन्होंने जो आरोप लगाए हैं उनका ”सोर्स आफ इंफार्मेशन” क्या है।
इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि राहुल गांधी के माफी मांगने का कोई प्रश्न ही नहीं है। ”जनता के पैसे की संरक्षक संसद है और राफेल घोटाले पर जेपीसी में चर्चा होनी चाहिए।” थरूर ने कहा कि कांग्रेस ने विमान की कीमत को लेकर सवाल उठाये हैं जिनकी जांच जीपीसी से होनी चाहिए।
प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी देश की जनता को बताएं कि ”वो किस आधार पर देश की जनता को गुमराह कर रहें थे?” अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि सूरज पर कीचड़ उछालने से मिट्टी और कीचड़ खुद पर ही पड़ता है। जेपीसी के सवाल पर शाह ने कहा कि जब कांग्रेस संसद में इस मसले पर चर्चा में हिस्सा ही नहीं लेना चाहती तो जेपीसी की जांच के के क्या मायने हैं। ”संसद में चर्चा ही नहीं होगी तो जेपीसी कैसे बनेगी।”
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने और अपनी पार्टी के तत्काल फायदे के लिए झूठ का सहारा लेकर चलने की एक नई राजनीति की शुरुआत की और सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने आज सिद्ध कर दिया है कि झूठ के पैर नहीं होते और अंत में जीत सत्य की ही होती है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश की आज़ादी के बाद से एक कोरे झूठ के आधार पर देश की जनता को गुमराह करने का इससे बड़ा प्रयास कभी नहीं हुआ। ”ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह प्रयास देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष के द्वारा किया गया। राहुल गांधी इसके लिए माफी मांगें।”
अमित शाह ने कहा – ”मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं। सत्य की जीत हुई है।”
इस बीच बसपा अध्यक्ष मायावती ने राफेल सौदे पर शुक्रवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि केन्द्र सरकार इससे भले कुछ राहत महसूस करे लेकिन देश में हुई सभी रक्षा खरीद के संबंध में जनता की आशंकाओं का उचित समाधान निकालना जरूरी है।