कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी आखिर गैंगरेप और अत्याचार का शिकार पीड़ित युवती, जिसका शव बिना परिवार की मंजूरी के आधी रात को जला दिया गया था, के परिवाजों से दुःख साझा करने हाथरस पहुंच गए हैं। आज दोनों के दिल्ली से निकलने के बाद डीएनडी पर काफी हंगामा हुआ। एक मौके पर जब पुलिस ने कंग्रेस्स कार्यकर्ताओं पर लाठिया भांजनी शुरू कर दीं तो प्रियंका गांधी पुलिस के सामने कूदकर खड़ी हो गईं जिससे उनकी पीठ में भी एक लाठी लगी। राहुल ने भी पुलिस से इस कार्रवाई के लिए गुस्से जताया।
राहुल-प्रियंका पहले ऐसे राजनीतिक हैं जो पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे हैं। यहां तक की भाजपा, बसपा या सपा का भी कोई नेता इस पीड़ित और दुखी परिवार से मिलने अभी नहीं पहुंचा है। राहुल ने आज सुबह ही साफ़ कर दिया था कि वे परिवार से मिलने जाएंगे और दुनिया की कोई ताकत उन्हें नहीं रोक सकती है। आज वहां पुलिस की जबरदस्त घेरेबंदी है।
पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने देने से मन कर दिया था लेकिन राहुल ने जोर देकर कहा कि वे पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जाना चाहते हैं जिसके बाद उनकी मांग के आगे झुकते हुए पुलिस ने उनके साथ कुल पांच लोगों को हाथरस जाने के इजाजत दे दी। अब यह दोनों कांग्रेस नेता परिवार से मिलने के लिए हाथरस पीड़ित के घर पहुँच गए हैं।
प्रियंका और राहुल कुछ देर पहले पीड़ित परवार से मिलने घर के भीतर जा चुके हैं और मुलाकात शुरू हो गयी है। मुलाकात के बाद बहुत ज्यादा संभावना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पत्रकारों से बात करेंगे जिससे यह पता चल सकेगा कि पीड़ित परिवार ने उनसे क्या कहा। अभी तक मीडिया के जो लोग परिवार स मिले हैं उसमें यही जाहिर हुआ है कि सरकार और पुलिस का उनपर बहुत ज्यादा दबाव है।
मीडिया को राहुल-प्रियंका के साथ भीतर नहीं जाने दिया गया है। वहां बड़ी संख्या में मीडिया के लोग जमा हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी पुलिस को चकमा देकर गांव में पहुँच चुके हैं। योगी सरकार की इस घटना के बाद बहुत ज्यादा किरकिरी हुई है और देश भर में आधी रात को एक बेटी का शव बिना उसके परिवार के मंजूरी और उन्हें दिखाए जला देने से लोगों में गुस्सा फ़ैल गया है।