कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विमान को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में उतरने नहीं देने का मामला तूल पकड़ गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ऐसा ‘बदले की भावना’ से किया गया।
बता दें राहुल गांधी के विमान को सोमवार देर रात वाराणसी हवाईअड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गई थी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के विमान को उनके वायनाड संसदीय क्षेत्र से लौटने पर यहां हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन हवाई अड्डा प्राधिकरण ने ‘अंतिम समय पर’ विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा – ‘ऐसा बदले की भावना से किया गया। मैं और पार्टी के अन्य नेता अपने नेता की अगवानी के लिए हवाईअड्डे पर थे लेकिन उनके विमान को हवाईअड्डे पर उतरने नहीं दिया गया। फलस्वरूप उन्हें (गांधी को) राष्ट्रीय राजधानी लौटना पड़ा।’
उधर वाराणसी हवाईअड्डे की निदेशक ने कहा कि राहुल गांधी के आने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। उन्होंने कहा कि अंतिम समय में उन्हें फ्लाइट कंट्रोलर से सूचना मिली कि गांधी का हवाईअड्डे पर उतरने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने राय ने कहा कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख गांधी मंगलवार को प्रयागराज के कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल में एक समारोह के लिए प्रयागराज जाने वाले थे। लेकिन सरकार के दबाव के चलते एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उनके विमान को लैंड नहीं करने दिया।
राय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार राहुल गांधी से डरी हुई है और इसलिए उन्होंने विमान को वाराणसी हवाईअड्डे पर नहीं उतरने दिया। उन्होंने कहा कि गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व करने के बाद से देश के प्रधानमंत्री चिंतित हैं। अब वे राहुल को परेशान कर रहे हैं।