कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिनके मणिपुर दौरे के दौरान शुक्रवार को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे ने सुर्खियां बटोरने की कोशिश की, ने कहा है कि उन्होंने मणिपुर सरकार से राहत शिविरों में मूलभूत सुविधाओं में सुधार का आग्रह किया है। राहुल ने कहा कि मणिपुर की घटनाएं पीड़ाजनक है और वे जो भी भूमिका वहां शांति के लिए निभा सकेंगे, निभाएंगे।
राहुल गांधी, अपने दौरे के दौरान के आखिरी दिन राज्यपाल अनुसुइया उइके, नागरिक समाज संस्थाओं के सदस्यों और राहत शिविरों में रह रहे हिंसा प्रभावित विभिन्न वर्गों के लोगों से मिले। गांधी ने कहा सरकार से कहा कि राहत शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की जरूरत है। भोजन में सुधार की जरूरत है। दवाओं की आपूर्ति की जानी चाहिए। शिविरों से इस संबंध में शिकायतें आई हैं।
कांग्रेस नेता ने लोगों से मिलकर उनका दर्द जाना और कहा कि वे उनकी आवाज सरकार तक पहुंचाएंगे। कांग्रेस नेता ने मणिपुर की घटनाओं को त्रासदी बताया और कहा कि यह राज्य और देश के लिए दर्दनाक हैं। गांधी ने मणिपुर में शांति की अपील करते हुए कहा कि हिंसा कोई समाधान नहीं है। राहुल मोइरांग में दो राहत शिविरों के लोगों से मिलने के बाद नेताजी स्मारक भी गए और राष्ट्र नेता को पुष्पांजलि अर्पित की।’
राजभवन के बाहर उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की और कहा – ‘शांति के लिए जो भी जरूरी होगा, मैं उसके लिए तैयार हूं। मैं सभी लोगों से शांति कायम करने की अपील करता हूं क्योंकि हिंसा से कभी कोई हल नहीं निकल सकता। शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हर किसी को अब शांति के बारे में बात करनी चाहिए और उसकी ओर बढ़ना शुरू करना चाहिए।’
राहुल ने कहा कि इस राज्य में शांति का माहौल कायम करने के लिए मैं हर संभव मदद करूंगा। मैं मणिपुर के लोगों का दर्द साझा करता हूं। यह एक भयानक त्रासदी है और राज्य और देश के लिए दुखद स्थिति है।
गांधी ने इंफाल, चुराचांदपुर और मोइरांग में विभिन्न राहत शिविरों के अपने दौरों और सभी समुदायों के लोगों के साथ अपनी बैठकों के बारे में भी पत्रकारों को बताया। गांधी ने कहा – ‘एक बात जो मैं सरकार से कहना चाहूंगा, वह यह है कि शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की जरूरत है। भोजन में सुधार की जरूरत है। दवाओं की आपूर्ति की जानी चाहिए। शिविरों से इस संबंध में शिकायतें आई हैं।’
उधर कांग्रेस कहा कि राज्यपाल ने गांधी को भरोसा दिया है कि जातीय हिंसा से प्रभावित राज्य में शांति बहाल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। राहुल ने कल नागरिक समाज संस्थाओं के सदस्यों से मुलाकात की और उनकी परेशानियां सुनीं।
गांधी ने नागरिक समाज संस्था ‘कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी’ (सीओसीओएमआई), मणिपुर में नागा समुदाय की शीर्ष संस्था ‘यूनाइटेड नागा काउंसिल’, ‘शेड्यूल्ड ट्राइब डिमांड कमेटी’ के प्रतिनिधियों और जेएनयू के प्रोफेसर बिमोल ए सहित प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की। सुबह मोइरांग शहर में दो राहत शिविरों में जाकर प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी व्यथा सुनी थी।
राहुल के साथ मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार थे। अजय ने कहा – ‘राहुल मोइरांग में दो राहत शिविरों के लोगों से मिलने के बाद नेताजी स्मारक गए और पुष्पांजलि अर्पित की।’