राहुल गांधी की राज्यों में युवा नेताओं, खासकर भाजपा-आरएसएस विचारधारा के कट्टर विरोधी नेताओं की टीम तैयार करने की योजना के तहत दो युवा नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी आज कांग्रेस में शामिल हो गए। दोनों ने राहुल गांधी की उपस्थिति पार्टी की सदस्यता का फ़ार्म भरा। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा वे देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस है तो ही देश में लोकतंत्र बचेगा। उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व की भी सराहना की और कांग्रेस को बड़ा जहाज बताया।
कन्हैया कुमार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं, जबकि मेवाणी पिछड़े वर्ग के नेता हैं। राहुल गांधी दोनों को कांग्रेस में लेकर आये हैं। दोनों आंदोलन से जुड़े रहे हैं लिहाजा संभावना यही है कि राहुल गांधी के मोदी सरकार के खिलाफ शीघ्र प्रस्तावित देशव्यापी आंदोलन का दोनों अहम हिस्सा हो सकते हैं। यह माना जाता है कि जाने माने रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी कांग्रेस की भविष्य की योजनाओं को लेकर राहुल गांधी का सहयोग कर रहे हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने कहा वे देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस है तो देश में लोकतंत्र बचेगा। कहा कि कांग्रेस वह पार्टी है जो गांधी परम्परा को जीवित रखे हुए हैं। कहा – ‘जो कह रहे हैं विपक्ष कमजोर हो गया है तो वे सही कह रहे हैं क्योंकि जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो सत्ता तानाशाह हो जाती है।’ कहा यह वैचारिक संघर्ष है और कांग्रेस ही इसे गति दे सकती है।
दोनों को कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी ने खासतौर पर शहीद भगत सिंह की जयंती को चुना। कन्हैया कुमार अभी तक भाकपा में थे और बिहार में पार्टी टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी दलित नेता हैं और उनके कुछ सहयोगी भी कांग्रेस में आए हैं।
कांग्रेस में शामिल होने से पहले कन्हैया और जिग्नेश ने राहुल गांधी के साथ दिल्ली के आईटीओ पर स्थित शहीदी पार्क में भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में वहां उपस्थित रहे। बाद में दोनों को कांग्रेस का पट्टा पहनाकर कांग्रेस दफ्तर में पार्टी में शामिल किया गया। इस मौके पर पार्टी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रमुख प्रवक्ता सुरजेवाला, गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल भी उपस्थित थे।
राहुल गांधी बिहार में कन्हैया कुमार जबकि गुजरात में जिग्नेश को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बना सकते हैं। राहुल गांधी की युवाओं को पार्टी से जोड़ने की योजना के तहत आने वाले समय में कुछ और युवा नेता कांग्रेस में शामिल होंगे। यह देखा जा रहा है कि राहुल भाजपा और संघ (आरएसएस) की विचारधारा से नैतिक दूरी रखने वाले नेताओं को कांग्रेस में तरजीह दे रहे हैं।
हाल के महीनों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव जैसे युवा नेता कांग्रेस छोड़कर जा चुके हैं। इन सभी को राहुल गांधी का करीबी माना जाता था। उनके दलबदलकर भाजपा या अन्य दलों में जाने से राहुल को झटका लगा है क्योंकि यह उनके बहुत करीबी नेताओं में शामिल थे और उनकी इनर टीम का हिस्सा थे।