पार्टी और खुद अध्यक्ष राहुल गांधी की अमेठी सीट पर हार के बाद शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि खबर यह है कि सीडब्ल्यूसी से साफ़ तौर पर उनके इस्तीफे की पेशकश को नकार दिया है।
इस बैठक में यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और महासचिव प्रियंका गांधी सहित तमाम सदस्यों ने शिरकत की है। बैठक अभी जारी है। इस बैठक में पार्टी की हार से दुखी राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। अभी तक की खबर के मुताबिक सीडब्ल्यूसीने राहुल से इस्तीफा न देने को कहा है।
अभी तक राहुल का सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कोइ भाषण नहीं हुआ है। उनके भाषण के बाद ही यह साफ़ होगा कि अपने इस्तीफे को लेकर उनकी क्या राय है। पार्टी के कुछ बड़े नेताओं के मुताबिक राहुल सीडब्ल्यूसी के दवाब के बावजूद अपने इस्तीफे पर अड़ सकते हैं। यह भी सम्भावना है कि प्रियंका गांधी या किसी अन्य वरिष्ठ नेता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए। पार्टी नेताओं के मुताबिक राहुल की प्रकृति नाटक की राजनीति करने की नहीं रही है लिहाजा इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि वो इस्तीफे को मंजूर करने पर जोर दें या कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने को कहें।
माना जाता है कि राहुल गांधी सबसे ज्यादा आहत इस बात से हैं कि पार्टी इतनी मेहनत और कमोवेश साफ़ और विकास वाला चुनाव प्रचार करने के वाबजूद ५० के आसपास ही सीटें हासिल कर पाई। यह भी जानकारी मिली है कि राहुल गांधी अमेठी में अपनी हार से सबसे ज्यादा दुखी हैं। इसका सबसे कारण उनका अमेठी से भावनात्मक रिश्ता होना है। जानकारों के मुताबिक राहुल अमेठी में अपनी हार से काफी ज्यादा विचलित हैं।
राहुल की इस्तीफे की कोशिश, सीडब्ल्यूसी ने कहा ‘न’
पार्टी संगठन में बड़े फेरबदल के संकेत